उनकी रेहमत का झूमर सजा है ।
मुरलीवाले की महफिल सजी है ॥
मेरी झोली भी सरकार भर दो,
अपने सब की झोली भरी है,
अपनी महफिल से भेजो न खाली,
अपने सबकी झोली भरी है ॥
उनकी रेहमत का झूमर सजा है ।
मुरलीवाले की महफिल सजी है ॥
मुझको महसूस यह हो रहा है,
तेरी महफिल में करुणा भरी है,
अपनी महफिल में करुना भरसा दो,
कमलीवाले की महफिल सजी है ॥
उनकी रेहमत का झूमर सजा है ।
मुरलीवाले की महफिल सजी है ॥
तुमे अपना समजने मैं आया,
मांगने को तो दुनिया पड़ी है,
मुझे अपना समज के दया कर,
तेरी महफिल में करुना भरी है ॥
उनकी रेहमत का झूमर सजा है ।
मुरलीवाले की महफिल सजी है ॥
तेरे दर से ना कोई खाली,
अपने सब की झोली भरी है,
मेरी झोली भी सरकार भर दो
अपने सब की झोली भरी है ॥
उनकी रेहमत का झूमर सजा है ।
मुरलीवाले की महफिल सजी है ॥
श्याम राधे राधे, घनश्याम राधे राधे ।
श्याम राधे राधे, घनश्याम राधे राधे ।
श्याम राधे राधे, घनश्याम राधे राधे ।
कुंज मे विराजे, घनश्याम राधे राधे ।
कुंज मे विराजे, घनश्याम राधे राधे ।
कुंज मे विराजे, घनश्याम राधे राधे ।
श्री वृंदावन, राधे राधे ।
श्री वृंदावन, राधे राधे ।
श्री वृंदावन, राधे राधे ।
सनातन धर्म में कुंभ संक्रांति का विशेष महत्व है। इस दिन गंगा स्नान और दान करने की परंपरा है। क्योंकि, इस दिन पवित्र नदियों में स्नान के बाद दान-पुण्य करने से सूर्य देव की विशेष कृपा भी प्राप्त होती है।
हिंदू धर्म में एकादशी व्रत का विशेष महत्व है। एकादशी तिथि भगवान विष्णु को समर्पित होती है और इस दिन भगवान विष्णु संग मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है।
माघ पूर्णिमा के बाद फाल्गुन माह की शुरुआत होती है। हिंदू पंचांग के अनुसार यह हिंदू वर्ष का अंतिम महीना होता है। इसके उपरांत हिंदू नववर्ष शुरू होगा। फाल्गुन के महीने को फागुन का महीना भी कहा जाता है।
माघ पूर्णिमा के बाद फाल्गुन माह की शुरुआत होती है। हिंदू पंचांग के अनुसार यह हिंदू वर्ष का अंतिम महीना होता है। इसके उपरांत हिन्दू नववर्ष आ जाएगा। फाल्गुन के महीने को फागुन का महीना भी कहा जाता है।