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ज्ञानगंगा

सावन में रुद्राभिषेक का महत्व
सावन में रुद्राभिषेक का महत्व
हिंदू धर्म में श्रावण मास का विशेष महत्त्व होता है, खासकर भगवान शिव की पूजा के लिए। इस पवित्र महीने में शिवलिंग पर जल, दूध, दही, शहद, घी आदि पंचामृत से अभिषेक करने की परंपरा को रुद्राभिषेक कहा जाता है।
सावन व्रत का महत्व और लाभ
सावन व्रत का महत्व और लाभ
सावन का महीना आते ही हर शिव भक्त में एक अलग ही भक्ति की लहर दौड़ जाती है। पूरे महीने भगवान शिव की पूजा, व्रत और रुद्राभिषेक का विशेष महत्व होता है। खासकर सोमवार के दिन, जिसे 'सावन सोमवार' कहा जाता है, लाखों श्रद्धालु शिवलिंग पर जल अर्पित कर व्रत रखते हैं।
श्रावण मास की पौराणिक कथा
श्रावण मास की पौराणिक कथा
हिंदू धर्म में सावन मास का विशेष महत्व होता है। सावन को श्रावण मास के नाम से भी जाना जाता है, जो एक बेहद पवित्र और आध्यात्मिक महत्व वाला महीना है। पंचांग के अनुसार, इस साल यह पवित्र महीना 11 जुलाई से शुरू हो रहा है जिसका समापन 9 अगस्त को होगा।
श्रावण मास का महत्व
श्रावण मास का महत्व
सावन का पावन महीना जल्द ही शुरू होने वाला है। श्रावण मास में भगवान शिव के भक्त व्रत रखते हैं, मंदिरों में दर्शन करते हैं और हर सोमवार को विशेष पूजा-अर्चना करते हैं।
सावन का चौथा सोमवार कब है
सावन का चौथा सोमवार कब है
हिंदू पंचांग के अनुसार श्रावण मास भगवान शिव की आराधना का सबसे पवित्र समय होता है। इस महीने के प्रत्येक सोमवार का विशेष महत्व है, लेकिन चौथा और अंतिम सोमवार खास इसलिए होता है क्योंकि यह पूरे सावन की भक्ति यात्रा का अंतिम चरण होता है।
भगवान शिव को धतूरा और भांग चढ़ाने का महत्व
भगवान शिव को धतूरा और भांग चढ़ाने का महत्व
सावन का महीना भगवान शिव की भक्ति के लिए सबसे पवित्र और शुभ माना जाता है। इस साल 11 जुलाई 2025 से सावन की शुरुआत हो रही है और यह 9 अगस्त तक चलेगा। इस दौरान श्रद्धालु भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए व्रत रखते हैं, जलाभिषेक करते हैं और उनकी प्रिय वस्तुएं जैसे बेलपत्र, भांग और धतूरा चढ़ाते हैं।
शिव के नीलकंठ बनने की कहानी
शिव के नीलकंठ बनने की कहानी
सावन का महीना भगवान शिव के भक्तों के लिए विशेष होता है। यह महीना शिव भक्ति, व्रत, पूजा और जलाभिषेक का होता है। शिवजी को कई नामों से जाना जाता है - भोलेनाथ, शंकर, महादेव, रूद्र, शंभू आदि। लेकिन एक नाम जो बहुत खास और रहस्यमयी है, वह है नीलकंठ।
16 सोमवार व्रत कथा
16 सोमवार व्रत कथा
हिंदू धर्म में सोलह सोमवार व्रत को अत्यंत शुभ और फलदायक माना गया है। यह व्रत विशेष रूप से सुहागिन महिलाएं अपने दांपत्य जीवन की सुख-शांति और समृद्धि के लिए करती हैं, वहीं कुंवारी कन्याएं अच्छे वर की प्राप्ति के लिए पूरी श्रद्धा से करती हैं।
शिव-पार्वती विवाह की कथा
शिव-पार्वती विवाह की कथा
हिंदू धर्म में भगवान शिव को सबसे शक्तिशाली और महान देवता माना गया है। वे जितने सरल, भोले और करुणामयी हैं, उतने ही रौद्र और क्रोधी भी हैं। शास्त्रों के अनुसार सोमवार का दिन भगवान शिव को समर्पित है और इस दिन भक्त व्रत रखकर उन्हें प्रसन्न करते हैं।
सावन में शिवलिंग पूजा का महत्व
सावन में शिवलिंग पूजा का महत्व
सावन का महीना भगवान शिव की आराधना के लिए सबसे खास समय माना जाता है। इस बार सावन की शुरुआत 11 जुलाई से हो रही है और इसका समापन 9 अगस्त को होगा। हिंदू धर्म में श्रावण मास को शिव जी का प्रिय महीना कहा गया है।
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