मुझे राधे-राधे कहना सिखादे (Mujhe Radhe Radhe Kahana Shikhade)

मुझे राधे राधे कहना सिखा दे

कन्हैयाँ तेरा क्या बिगड़े,

मुझे राधे राधे कहना सिखादे

कन्हैया तेरा क्या बिगड़े,

क्या बिगड़े तेरा क्या बिगड़े,

मुझे राधे राधे कहना सिखा दे

कन्हैयाँ तेरा क्या बिगड़े,

मुझे राधे राधे कहना सिखादे

कन्हैया तेरा क्या बिगड़े।


वृंदावन जाऊँ तेरे गुण गाऊं,

चरणों की धूलि को माथे से लगाऊँ,

मेरी वृन्दावन कोठी बणा दे,

कन्हैयाँ तेरा क्या बिगड़े,

मुझे राधे राधे कहना सिखादे

कन्हैया तेरा क्या बिगड़े।


जमुना तट जाऊँ वहां नहीं पाऊँ,

बंसीवट जाऊँ वहां नहीं पाऊँ,

अपने मिलने का ठिकाना बता दे,

कन्हैयाँ तेरा क्या बिगड़े,

मुझे राधे राधे कहना सिखादे

कन्हैया तेरा क्या बिगड़े।


अपनी शरण में ले ले मोहन,

अपने ही रंग में रंग ले मोहन,

अपनी गऊओ का ग्वाला बना ले,

कन्हैयाँ तेरा क्या बिगड़े,

मुझे राधे राधे कहना सिखादे

कन्हैया तेरा क्या बिगड़े।


मन मन्दिर में ज्योत जगाऊँ,

आठों पहर तेरे नाम को सिमरूं,

अपने नाम का दीवाना बना दे

कन्हैयाँ तेरा क्या बिगड़े,

मुझे राधे राधे कहना सिखादे

कन्हैया तेरा क्या बिगड़े।

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रथ सप्तमी व्रत के शुभ मुहूर्त

माघ मास के शुक्ल पक्ष की सप्तमी को रखा जाने वाला रथ सप्तमी व्रत इस साल 4 फरवरी को है। यह व्रत प्रमुख रूप से सूर्य देव को समर्पित है। रथ सप्तमी को अचला सप्तमी के नाम से भी जाना जाता है।

प्रभु रामचंद्र के दूता (Prabhu Ramachandra Ke Dootha)

प्रभु रामचंद्र के दूता,
हनुमंता आंजनेया ।

महालक्ष्मी जाप करो (Mahalaxmi Jaap Karo)

नमस्तेस्तु महामाये श्रीपीठे सुरपूजिते
शंख चक्र गदाहस्ते महालक्ष्मी नमोस्तुते

नरसिंह द्वादशी के उपाय

हिन्दू पंचांग के अनुसार, फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की द्वादशी के दिन नरसिंह द्वादशी का पर्व मनाया जाता है जो कि इस साल 10 मार्च 2025, फाल्गुन, शुक्ल द्वादशी को पड़ रहा है।

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