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हे गणपति हे गणराज, आपका अभिनन्दन (Hey Ganpati Hey Ganraj Aapka Abhinandan)

हे गणपति हे गणराज,

आपका अभिनन्दन,

मेरे घर में पधारे आज,

आपका अभिनन्दन,

हें गणपति हें गणराज,

आपका अभिनन्दन ॥


गजवदन विनायक देवा,

सुर नर मुनि करते सेवा,

सुर नर मुनि करते सेवा,

रखते भक्तो की लाज,

आपका अभिनन्दन,

हें गणपति हें गणराज,

आपका अभिनन्दन ॥


पहले पूजा करूँ तुम्हारी,

सह परिवार हूँ मैं आभारी,

सह परिवार हूँ मैं आभारी,

मेरे बिगड़े बनाना काज,

आपका अभिनन्दन,

हें गणपति हें गणराज,

आपका अभिनन्दन ॥


रिद्धि सिद्धि के दाता,

‘महावीर’ तेरे गुण गाता,

‘महावीर’ तेरे गुण गाता,

रज चरणों की दो महाराज,

आपका अभिनन्दन,

हें गणपति हें गणराज,

आपका अभिनन्दन ॥


हे गणपति हे गणराज,

आपका अभिनन्दन,

मेरे घर में पधारे आज,

आपका अभिनन्दन,

हें गणपति हें गणराज,

आपका अभिनन्दन ॥

मां दुर्गा पूजा विधि

पहले बतलाये नियमके अनुसार आसनपर प्राङ्घख बैठ जाय। जलसे प्रोक्षणकर शिखा बाँधे ।

श्री गणेश चालीसा

जय गणपति सद्गुण सदन कविवर बदन कृपाल।
विघ्न हरण मंगल करण जय जय गिरिजालाल॥

बांके बिहारी कृष्ण मुरारी (Banke Bihari Krishan Murari)

बांके बिहारी कृष्ण मुरारी मेरे बारी कहाँ छुपे,
दर्शन दीजो शरण में लीजो,

माघ गुप्त नवरात्रि की पूजन विधि

माघ और आषाढ़ नवरात्रि को गुप्त नवरात्रि कहा जाता है। 2025 की पहली गुप्त नवरात्रि माघ महीने में 30 जनवरी से श्रवण नक्षत्र और जयद योग में प्रारंभ होगी।

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