नवीनतम लेख
नवीनतम लेख
5 AM - 10 PM
चंडी मंदिर हापुड़, भारत के उत्तर प्रदेश में स्थित है। यह मंदिर पूरे जिले के भक्तों के लिए आस्था का केंद्र है। मान्यता है कि यहां पर श्रद्धालुओं की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है। मंदिर, देवी चंडी को समर्पित है, जिन्हें शक्ति की देवी माना जाता है। यह एक सिद्धपीठ है। हापुड़ नगर में बुलंदशहर रोड पर स्थित ग्राम चितौली के इस प्राचीन मंदिर की गलियों में जाने के लिए सीढ़ियां बनी हैं। यहां मां चंडी के अलावा नौ देवियां विराजमान है। मान्यता है कि यह मां चंडी का वह स्वरूप है, जो महिषासुर के संहार के समय था। यहां श्रद्धालु दिल्ली, हरियाणा सहित अन्य राज्यों से माता रानी के दर्शन करने के लिए आते हैं।
मां दुर्गा के चंडी रुप में जिले में प्राचीन मंदिर के कपाट हर समय खुला रहता है। सालों से मान्यता है कि मां चंडी मंदिर में रोज शयन करने जाती है। प्रातः काल 4 बजे से मैया अपने धाम आ जाती है। वर्तमान में इस रास्ते के बाहर एक दहलीज बनी हुई है। तहों में 18 बंधों वाले काले पत्थर की पांच फीट वाली सबसे ऊपरी चंडी मां की विकराल प्रतिमा विराजमान है। मान्यता है कि मां का विकराल रुप कोई नहीं देख सकता। इसलिए रास्ता बंद किया गया। यहां विशेष रुप से पशु बलि देने की मान्यता है लेकिन अब केवल बकरे के कान काटकर पूरे पशु को मालिक को सौंप दिया जाता है। मां चंडी की पिंडी के ऊपर एक छेद है जिससे जल की बूंद मां की प्रतिमा पर गिरती है। इससे मां का क्रोध शांत हो जाता है। हर साल देश विदेश से हजारों श्रद्धालु मां चंडी के चरणों की पावन रज पाने के लिए दरबार में आकर पूजा अर्चना करते हैं। मां हर भक्त की मनोकामना पूर्ण करती हैं, कहा जाता है कि यहां से कोई भी भक्त खाली हाथ नहीं जाता है।
इस मंदिर में एक दिन में पांच बार आरती की जाती है। मां चंडी मंदिर में नवरात्र में नौ दिन विशेष अनुकंपा होती है। पिंडी स्वरुप मां का पंचामृत से स्नान अभिषेक किया जाता है। चुनरी, नारियल, वक्र का सामान आदि चढ़ावा चढ़ाने की मंदिर में पुरानी परंपरा है। नवरात्रों में माता को दूध एवं दही की अखंड धारा अर्पित रहती है। प्रथम नवरात्र को जागरण और अष्टमी को हलवे एवं मेवे का भोग लगाया जाता है। मां चंडी को छप्पन भोग भी लगाया जाता है।
हवाई मार्ग - यहां का निकटतम हवाई अड्डा दिल्ली का इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट हैं। यहां से आप बस या टैक्सी के द्वारा हापुड़ पहुंच सकते हैं। दिल्ली से हापुड़ की दूरी 70 से 80 किमी है।
रेल मार्ग - यहां का निकटतम रेलवे स्टेशन हापुड़ स्टेशन हैं। स्टेशन से आप ऑटो के द्वारा मंदिर पहुंच सकते हैं। यहां से मंदिर की दूरी 3 से 4 किमी है।
सड़क मार्ग - दिल्ली से हापुड़ तक अच्छी सड़के है। एन-एच 9 के द्वारा आप आसानी से पहुंच सकते हैं।
मंदिर का समय - मंदिर सुबह 5 बजे से रात 10 बजे तक खुला रहता है।
'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।
श्रीपद्मनाभस्वामी मंदिर, केरल, तिरूअनंतपुरम (Shri Padmanabhaswamy Mandir, Kerala, Thiruvananthapuram)
श्रीसोमेश्वर स्वामी मंदिर(सोमनाथ मंदिर), गुजरात (Shri Someshwara Swamy Temple (Somnath Temple), Gujarat)
ॐकारेश्वर महादेव मंदिर, ओमकारेश्वर, मध्यप्रदेश (Omkareshwar Mahadev Temple, Omkareshwar, Madhya Pradesh)
श्री रंगनाथस्वामी मंदिर - नेल्लोर, आंध्र प्रदेश (Sri Ranganadha swamI Temple - Nellore, Andhra Pradesh)
यागंती उमा महेश्वर मंदिर- आंध्र प्रदेश, कुरनूल (Yaganti Uma Maheshwara Temple- Andhra Pradesh, Kurnool)
श्री सोमेश्वर जनार्दन स्वामी मंदिर- आंध्र प्रदेश (Sri Someshwara Janardhana Swamy Temple- Andhra Pradesh)
श्री स्थानेश्वर महादेव मंदिर, थानेसर, कुरुक्षेत्र (Shri Sthaneshwar Mahadev Temple- Thanesar, Kurukshetra)
अरुल्मिगु धनदायूंथापनी मंदिर, पलानी, तमिलनाडु (Arulmigu Dhandayunthapani Temple, Palani, Tamil Nadu)
TH 75A, New Town Heights, Sector 86 Gurgaon, Haryana 122004
Our Services
Copyright © 2024 Bhakt Vatsal Media Pvt. Ltd. All Right Reserved. Design and Developed by Netking Technologies