पंजाब

Kiratpur Sahib Punjab (कीरतपुर साहिब, पंजाब)

पंजाब के रूपनगर जिले में स्थित कीरतपुर साहिब न सिर्फ सिख समुदाय के लिए पवित्र तीर्थ स्थल है बल्कि इतिहास में भी इसका विशेष महत्व है।

स्वर्ण मंदिर, अमृतसर (Golden Temple, Amritsar)

अमृतसर के सबसे बड़े आकर्षणों में से एक है श्री हरमंदिर साहिब, जो स्वर्ण मंदिर के नाम से मशहूर है। यह मंदिर सिख लोगों के लिए पूजा का मुख्य स्थान है, जिसमें सभी जातियों, पंथों और नस्लों को समान प्रवेश की अनुमति है।

मुक्तेश्वर महादेव मंदिर, पंजाब, पठानकोट (Mukteshwar Mahadev Temple, Punjab, Pathankot)

मुक्तेश्वर महादेव मंदिर जहां वनवास में पांडव छह महीने रुके, देवताओं को अर्पित की जाती हैं लोगों की अस्थियां

मैसर खाना मंदिर , बठिंडा (Maiser Khana Temple, Bathinda, Punjab)

बठिंडा के मैसर खाना मंदिर में प्रकट शारदीय और चैत्र नवरात्रि की अष्टमी को साक्षात प्रकट हुईं थी मां दुर्गा

श्री रामतीर्थ, अमृतसर ( (Shri Ram Tirath Temple, Amritsar, Punjab)

रामतीर्थ में माता-सीता ने लवकुश को दिया था जन्म, यहीं हुई रामायण की रचना, सरोवर में स्नान से मिलता है संतान सुख

गगन जी का टिल्ला, होशियारपुर (Gagan Ji Ka Tilla, Hoshiarpur, Punjab)

अज्ञातवास के दौरान हर पूर्णिमा को यहां दर्शन करने पहुंचते थे पांडव, अपनी पहचान भी इसी जगह बदली थी

पंच मंदिर, कपूरथला, पंजाब (Panch Mandir, Kapurthala, Punjab)

पंच मंदिर की सूर्य प्रतिमा पर रोज सुबह पड़ती हैं सूर्य की किरणें, सवा साल पुराना है मंदिर का इतिहास

सकेतड़ी शिव मंदिर, चंडीगढ़

पांडवो की तपस्या से खुश होकर सकेतड़ी में स्वयं प्रकट हुए थे भगवान महादेव

जयंती देवी मंदिर, चंडीगढ़ (Jayanti Devi Temple Chandigarh Punjab)

डाकू ने शुरू की थी जयंती देवी मंदिर में पूजा, रविवार - मंगलवार को दर्शन का विशेष महत्व

श्री नीलकंठ महादेव मंदिर, लुधियाना (Shri Neelkanth Mahadev Temple, Ludhiana, Punjab)

नीलकंठ महादेव मंदिर अष्टधातु से बना है, मंदिर अंदर 5 रूद्राक्ष के जिन्हें लेने दूर-दूर से आते हैं भक्त

चंडी देवी मंदिर, चंडीगढ़ (Chandi Devi Temple, Chandigarh)

अर्जुन ने यहां पेड़ की शाख पर बैठकर की तपस्या, पहले राष्ट्रपति ने चंडी मंदिर ने नाम पर बसाया था चंडीगढ़ शहर

श्री काली देवी मंदिर, पटियाला (Shri Kali Devi Temple, Patiala)

पटियाला की काली देवी को लगता है शराब और बकरे का भोग, कलकत्ता से मूर्ति ; बंगाल से लाई गई अखंड ज्योति

दुर्गियाना मंदिर, पंजाब (Durgiana Temple Punjab)

स्वर्ण मंदिर की तर्ज पर करवाया गया था दुर्गियाना मंदिर का निर्माण, इसे अमृतसर का रजत मंदिर भी कहा जाता है