गुजरात

माता शबरी का पावन धाम

फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की सप्तमी तिथि को शबरी जयंती के रूप में मनाया जाता है। इसमें न सिर्फ भगवान बल्कि उनके परम भक्त की भी पूजा और व्रत किया जाता है। इस साल 2025 में शबरी जयंती 19 फरवरी को सुबह 7 बजकर 32 मिनट से शुरू होकर 20 फरवरी को सुबह 9 बजकर 58 मिनट तक रहेगी।

श्री जगन्नाथ जी मंदिर अहमदाबाद, गुजरात (Shri Jagannath Ji Temple, Ahmedabad, Gujarat)

गुजरात राज्य के अहमदाबाद जिले के जमालपुर में स्थित श्री जगन्नाथ जी मंदिर अपनी भव्यता, वास्तुकला, धार्मिक महत्व और सद्भावना कार्यों के लिए प्रसिद्ध है। करीब 150 साल पुराना यह मंदिर हर साल आयोजित होने वाली भव्य रथ यात्रा के लिए भी जाना जाता है।

त्रिनेत्रेश्वर मंदिर, सुरेन्द्रनगर, गुजरात (Trinetreswara Temple, Surendranagar, Gujarat)

उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले में स्थित बमनसुयाल मल्ला लखनपुर का त्रिनेत्रेश्वर मंदिर और एकादश रूद्र मंदिरों का समूह भारतीय स्थापत्य कला का एक अद्भुत नमूना है।

श्री गायत्री शक्तिपीठ, द्वारका

द्वारका में श्री गायत्री शक्तिपीठ, माँ गायत्री का एक मात्र मंदिर है। इस मंदिर की स्थापना सन् 1983 में हुई थी। बता दें कि यह मंदिर भक्ति भारत द्वारा लिखा गया प्रथम माँ गायत्री मंदिर है। यहाँ गायत्री माता की पूजा करने के लिए भक्तों की भीड़ लगी रहती है। इसके साथ ही गायत्री परिवार के लोगों के लिए भी यह पूजनीय मंदिर है।

श्री बेट द्वारकाधीश मंदिर गुजरात (Shri Bet Dwarkadhish Temple, Gujarat)

बेट द्वारका में भगवान श्री कृष्ण का मंदिर है। यह मंदिर लगभग 500 साल पुराना है। गुजरात के जामनगर जिले में स्थित यह द्वारका भारत के 4 धाम में से एक है। द्वारका से लगभग 30 किलोमीटर दूर ओखा के निकट स्थित है बेट द्वारका।

बिरला गीता मंदिर, गुजरात (Birla Geeta Mandir, Gujarat)

गीता मंदिर सोमनाथ ज्योतिर्लिंग मंदिर के निकट पवित्र मंदिरों में से एक है और भगवान श्री कृष्ण को समर्पित है तथा मंदिर की वर्तमान संरचना 1970 में बिरला समूह द्वारा निर्मित की गई थी।

श्री भीड़ भंजन महादेव मंदिर, सोमनाथ (Shri Bhidbhanjan Mahadev Temple, Somnath)

गुजरात के सोमनाथ के हृदय में स्थित भीड़ भंजन महादेव मंदिर एक दिव्य अभ्यारण्य है जो आध्यात्मिक शांति की तलाश करने वाले तीर्थ यात्रियों और पर्यटकों दोनों को आकर्षित करता है।

भालका तीर्थ, गुजरात (Bhalka Tirtha Gujarat)

श्रीकृष्ण ने ब्रज के बाद द्वारका को अपना निवास स्थान बनाया। हालांकि भगवान कृष्ण से जुड़ा एक ऐसा स्थान भी हैं, जो आज भी उतना प्रसिद्ध नहीं हो पाया जितने की दूसरे धार्मिक स्थल।

भद्रकाली मंदिर, अहमदाबाद (Bhadrakali Temple, Ahmedabad)

अहमदाबाद शहर की देवी हैं भद्रकाली। भद्रा फोर्ट के पास उनका मंदिर स्थित हैं। भद्रकाली मंदिर अहमदाबाद के सबसे पुराने मंदिरों में से एक है।

श्री भड़केश्वर महादेव मंदिर, गुजरात (Shri Bhadkeshwar Mahadev Temple Gujarat)

द्वारका की यात्रा केवल भगवान कृष्ण और रुक्मणी देवी मंदिर के दर्शन तक ही सीमित नहीं हैं, बल्कि कई अन्य धार्मिक स्थल भी है।

बाला हनुमान मंदिर, जामनगर (Bala Hanuman Temple Jamnagar)

जामनगर की रणमल झील के दक्षिण पूर्व में हनुमान जी का एक चमत्कारिक मंदिर प्राचीनता और अनोखी भक्ति भाव के चलते मशहूर है। बाला हनुमान मंदिर, जिसे श्री बाला हनुमान संकीर्तन मंदिर के नाम से भी जाना जाता है।

श्रीसोमेश्वर स्वामी मंदिर(सोमनाथ मंदिर), गुजरात (Shri Someshwara Swamy Temple (Somnath Temple), Gujarat)

श्रीसोमेश्वर स्वामी मंदिर, गुजरात, हिंदू धर्म में एक प्रमुख स्थल है जो भगवान शिव को समर्पित है। यह मंदिर सोमनाथ ज्योतिर्लिंग का एक महत्वपूर्ण प्रतीक है, जो हिंदू धर्म में बहुत ही प्रतिष्ठित है। इसे 'प्राचीन सोमनाथ मंदिर' भी कहा जाता है।

श्री द्वारकाधीश मंदिर, गुजरात (Shri Dwarkadhish Temple, Gujarat)

श्री द्वारकाधीश मंदिर, गुजरात, हिन्दू धर्म में एक महत्वपूर्ण स्थल है। यह मंदिर भगवान कृष्ण को समर्पित है, जो हिन्दू धर्म के प्रमुख देवता में से एक हैं।