सूर्य ग्रहण क्यों लगता है, समुद्र मंथन से जुड़ी है कथा
WRITTEN BY
Team Bhakt Vatsal
21st March 2025
साल 2025 का पहला सूर्य ग्रहण 29 मार्च 2025 को लगेगा। यह खंडग्रास सूर्य ग्रहण हो सकता है।
सूर्यग्रहण की कथा समुद्र मंथन से जुड़ी है। देवताओं और असुरों ने मिलकर समुद्र मंथन किया था।
समुद्र मंथन में जब अमृत निकला तो इसके लिए देवताओं और दानवों के बीच युद्ध होने लगा था।
उस समय राहु नाम के असुर ने भी देवताओं का वेश धारण करके अमृत पान कर लिया था।
चंद्र और सूर्य ने राहु को पहचान लिया। तब विष्णुजी ने राहु का सिर धड़ से अलग कर दिया।
राहु के अमृत पी लेने के कारण वह अमर हो गया था। तभी से वह सूर्य और चंद्र को शत्रु मानता है।
समय-समय पर इन ग्रहों को ग्रसता है। शास्त्रों में इसी घटना को सूर्यग्रहण और चंद्रग्रहण कहा जाता है।
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