श्राद्ध पक्ष में लगाएं ये विशेष पौधे, पितरों का आर्शीवाद मिलेगा
शास्त्रों के अनुसार, पितृ पक्ष या पितरों की पुण्य तिथि पर पूर्वजों की याद में पीपल, बरगद, अशोक, तुलसी जैसे पेड़ लगाते हैं तो पितर अति प्रसन्न होते हैं।
पीपल वृक्ष को देव वृक्ष कहा जाता है। इसमें भगवान विष्णु वास करते हैं। मान्यता है कि पितरों का निवास स्थान इसी पर होता है। पितरों की याद में मंदिर या किसी पवित्र स्थान पर पीपल का पेड़ लगाना चाहिए।
बरगद के पेड़ को आयु देने वाला और मोक्ष देने वाला पेड़ माना जाता है। बरगद के पेड़ को ही साक्षी मानकर माता सीता ने राजा दशरथ के लिए पिंडदान किया था। इस पेड़ की परिक्रमा करने से पितृ खुश होते हैं।
अशोक के पेड़ को शुभ माना गया है। इसमें भी भगवान विष्णु का वास होता है। इसलिए इस पेड़ को लगाने और इसकी पूजा करने से पितृ संतुष्ट और प्रसन्न होते हैं।
तुलसी का पौधा लगाने से भगवान विष्णु प्रसन्न होते हैं। भगवान विष्णु के प्रसन्न होने से पितृ भी संतुष्ट होते हैं। इसलिए ये पौधा पितृ पक्ष में जरुर लगाएं।
पितृ पक्ष के दौरान अगर बेलपत्र का पौधा लगाया जाए तो शिवजी तो अत्यंत प्रसन्न होते ही हैं। साथ ही पूर्वजों की मुक्ति का मार्ग भी प्रशस्त होता है।
शमी के पौधे को शनि देव का पौधा माना जाता है। इस पौधे को जहां भी लगाया जाए वहां सारी नकारात्मक ऊर्जा खत्म हो जाती है। पितृ पक्ष में शमी का पौधा लगाने से पितृ प्रसन्न होते हैं।
सनातन धर्म में पितृ पक्ष का विशेष महत्व है। इस बार पितरों को प्रसन्न करने के लिए ये पौधें जरुर लगाए। ऐसा करने से आपको सकारात्मक ऊर्जा का एहसास होगा।
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