शिवजी पर क्यों चढ़ाया जाता है जल, क्या है महाकुंभ से कनेक्शन

WRITTEN BY Team Bhakt Vatsal 11th Feb 2025

सनातन धर्म में महाकुंभ एक विशाल आयोजन माना जाता है। यह सनातन धर्म में धार्मिक महत्व रखता है।

महाकुंभ में भगवान शिव को आराध्य मानने वाले नागा साधुओं की संख्या भी बहुत ज्यादा होती है।

पौराणिक कथाओं के अनुसार, अमृत पाने की लालसा में असुरों और देवताओं ने समुद्र मंथन किया था।

समुद्र मंथन के दौरान समुद्र से बहुत सारे रत्न प्राप्त हुए थे और साथ में हलाहल विष भी निकला था।

हलाहल विष के प्रभाव से देवताओं और सृष्टि को बचाने के लिए महादेव ने यह विष पी लिया था।

भयंकर विष को पीने के बाद भोलेनाथ का गला नीला हो गया और उनके शरीर का ताप बढ़ गया था।

भोलेनाथ के शरीर का तापमान कम करने के लिए उनका जल से और दूध से अभिषेक किया गया था।

जिससे उनके शरीर का तापमान कम हुआ और भगवान शिव को जल चढ़ाने की परंपरा शुरू हो गई।