पूजा में अक्षत चढ़ाने का विशेष महत्व
WRITTEN BY
Team Bhakt Vatsal
19th Feb 2025
सनातन धर्म में अक्षत बेहद महत्वपूर्ण है। इसे पूजा-पाठ में विशेष रूप से उपयोग किया जाता है।
अक्षत का मतलब होता है पीले चावल। बिना खंडित हुए चावल को ही अक्षत कहा जाता है।
अक्षत को पूजा में भाग्यशाली माना जाता है। पूजा सामग्री में सबसे पहले अक्षत लिए जाते हैं।
अक्षत पूजा में महत्वपूर्ण होते हैं क्योंकि इन्हें पवित्रता, अखंडता और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है।
मान्यता है कि अक्षत भगवान को अर्पित करने से व्यक्ति के सभी पाप और दोष दूर हो जाते हैं।
अक्षत की सकारात्मक ऊर्जा व्यक्ति के जीवन सुख, शांति और समृद्धि लेकर आती है।
अक्षत को शुक्र गृह से जोड़ा जाता है। शुक्र गृह सुख, वैभव, सौंदर्य और प्रेम का कारक होता है।
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