पूजा के लिए सुबह का समय क्यों सर्वश्रेष्ठ है?
WRITTEN BY
Team Bhakt Vatsal
21st Nov 2024
हिंदू परंपराओं में हर दिन सुबह-शाम घरों में पूजा-पाठ और संध्या आरती की जाती है।
अपने इष्ट देव सहित सभी देवताओं की कृपा बनी रहे, इसके लिए पूजा का विशेष महत्व है।
शास्त्रों में पूजा के लिए सबसे उत्तम समय प्रातः काल ब्रह्म मुहूर्त को माना गया है।
सुबह के समय की गई पूजा से ईश्वर प्रसन्न होते हैं। ब्रह्म का अर्थ होता है परम या परमात्मा।
ऐसे में हमें परमात्मा की प्राप्ति के लिए सूर्योदय होने से पहले जागना चाहिए और पूजा करनी चाहिए।
ब्रह्म मुहूर्त रात्रि का आखिरी पहर यानी सुबह चार बजे से साढ़े पांच बजे तक रहता है।
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