नवरात्रि के आठवें दिन पढ़ें मां महागौरी की व्रत कथा

WRITTEN BY Team Bhakt Vatsal 05th April 2025

हिंदू धर्म में चैत्र नवरात्रि का विशेष महत्व माना जाता है। इसकी शुरुआत 30 मार्च से हो चुकी है।

ग्रंथों के अनुसार, नवरात्रि के नौ दिनों में से आठवां दिन माता महागौरी को समर्पित माना जाता है।

पौराणिक कथाओं के अनुसार, माता महागौरी का जन्म राजा हिमालय के घर पर हुआ था।

माता पार्वती ने नारद जी के कहे अनुसार भगवान शिव को मन ही मन अपना पति मान लिया।

मां पार्वती ने भगवान शिव को अपने पति के रूप में पाने के लिए वर्षों तक घोर तपस्या की।

कई वर्षों तक निराहार तथा निर्जला तपस्या करने के कारण उनका शरीर काला पड़ गया था।

माता पार्वती की तपस्या से प्रसन्न होकर भगवान भोलेनाथ ने उन्हें पत्नी रूप में स्वीकार कर लिया।

भोलेनाथ ने मां को गंगा से उज्जवल और पवित्र किया और माता महागौरी के नाम से विख्यात हुईं।

चैत्र नवरात्रि में भूलकर न करें ये काम, नहीं तो होगा नुकसान