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Team Bhakt Vatsal 4th October 2024

सबसे पहले किसने रखा था नवरात्रि में 9 दिन का व्रत, जानिए पूरी कथा

नवरात्रि में मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की अलग-अलग पूजा की जाती है। साल में दो बार नवरात्रि मनाई जाती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि सबसे पहले किसने रखा था नवरात्रि में 9 दिन का व्रत।

भगवान राम ने सबसे पहले शारदीय नवरात्र की पूजा लंका में विजय प्राप्त करने के लिए की थी। तब भगवान राम ने नौ दिनों तक उपासना करने के बाद दसवें दिन लंका पर विजय प्राप्त की थी।

पौराणिक कथाओं के अनुसार, ब्रह्मा जी ने राम जी से रावण का वध करने के लिए चंडी देवी को प्रसन्न करने को कहा। साथ ही हवन में दुर्लभ 108 नीलकमल अर्पित करने को कहा।

वहीं दूसरी तरफ रावण ने भी मां चंडी को खुश करने के लिए माता रानी का पाठ करना शुरू कर दिया। नौ दिनों तक भगवान राम ने मां की पूजा की और उपवास किया था।

भगवान राम की पूजा में विघ्न डालने के लिए रावण ने मायावी तरीके से हवन सामग्री में से एक नीलकमल को गायब कर दिया।

जब ये बात भगवान राम को पता चली चली तो पूजा के संकल्प को पूरे करने के लिए उन्होंने अपनी एक आंख मां को समर्पित करनी चाही और तीर से नेत्र निकालने लगे। तभी मां ने खुश होकर राम जी को विजय होने का वरदान दिया।

रावण भी मां को प्रसन्न करने के लिए पाठ करने लगा तो हनुमान जी ने ब्राह्मण का रुप धारण करके एक मंत्र जयादेवी भूर्तिहरिणी में हरिणी के स्थान पर करिणी शब्द का उच्चारण करा दिया।

इससे मां दुर्गा रावण से नाराज हो गई और वरदान देने की बजाय उसको सर्वनाश होने का श्राप दे दिया। इस प्रकार नवरात्रि का व्रत सबसे पहले भगवान श्री राम ने शुरू किया था।

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