मां लक्ष्मी का दूसरा स्वरूप धन लक्ष्मी, जिन्होंने भगवान विष्णु को कर्ज मुक्त किया
पौराणिक कथाओं और शास्त्रों में हर देवी-देवता के कई अवतार और स्वरूपों का उल्लेख मिलता है।
माता लक्ष्मी के 8 स्वरूप हैं। जिसमें हर एक स्वरूप का अपना महत्व, महिमा और कहानियां हैं।
माता लक्ष्मी के दूसरे स्वरूप को धन लक्ष्मी के नाम से जाना जाता है। मां भक्तों को धन और वैभव प्रदान करती हैं।
धन लक्ष्मी के एक हाथ में कमल का फूल और दूसरे हाथ में धन से भरा कलश है।
कहा जाता है कि एक बार भगवान विष्णु ने कुबेर देवता से कर्ज लिया था और वे इस कर्ज को समय पर नहीं चुका पाए।
तब मां लक्ष्मी ने भगवान विष्णु को कुबेर के कर्ज से मुक्ति दिलाने के लिए धन लक्ष्मी अवतार लिया था और कर्ज से मुक्त कराया।
मां के हाथ में सदैव धन से भरा कलश रहता है। मां की आराधना करने वाले को कभी भी आर्थिक परेशानी नहीं होती है।
8. साथ ही माता लक्ष्मी के इस स्वरूप को ही इस जगत की सारी धन-संपदा की अधिष्ठात्री देवी माना गया है।