कौन होते हैं खिचड़िया नागा साधु?

WRITTEN BY Team Bhakt Vatsal 07th Jan 2025

महाकुंभ का आयोजन हर 12 साल में एक बार होता है। इस बार महाकुंभ का आयोजन प्रयागराज में हो रहा है।

महाकुंभ के दौरान कई साधु-संत और देश-विदेश के लोग महाकुंभ में शामिल होने के लिए आते हैं।

इस दौरान प्रमुख आकर्षण का केंद्र नागा साधु होते हैं। इनके स्नान के बाद ही स्नान करना शुभ माना जाता है।

भारत के चार शहरों में कुंभ का आयोजन होता है। इन शहरों के अनुसार दीक्षा लेने पर साधुओं के नाम होते हैं।

इन्हीं साधुओं में से एक खिचड़िया नागा साधु होते हैं। सभी नागा साधु निर्वस्त्र रहते हैं और भस्म लगाते हैं।

नासिक में कुंभ के दौरान दीक्षा लेने वाले साधु खिचड़िया नागा साधु होते हैं। इनकी ज़िन्दगी रहस्यमयी होती है।

कहा जाता है कि खिचड़िया नागा साधुओं का नाम उनकी विशिष्ट परंपराओं और जीवन शैली से जुड़ा होता है।