कब है बैकुंठ चतुर्दशी, जानें शुभ मुहूर्त

WRITTEN BY Team Bhakt Vatsal 13th Nov 2024

हिंदू धर्म में बैकुंठ चतुर्दशी का विशेष महत्व है। इस दिन भगवान विष्णु और शिव की पूजा की जाती है।

साल में सिर्फ यही एक ऐसा दिन होता है, जब भगवान विष्णु और शिव की पूजा एक साथ होती है।

मान्यता है कि इस दिन पूजा करने वाले लोगों को स्वर्ग की प्राप्ति होती है और उनके दुख दूर होते हैं।

देवी पुराण के अनुसार, इस दिन मां पार्वती को जौ की रोटी का भोग लगाने से घर में सुख की प्राप्ति होती है।

पंचांग के अनुसार, कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि की शुरुआत 14 नवंबर को सुबह 9.43 बजे होगी।

वहीं चतुर्दशी का समापन 15 नवंबर को सुबह 6.19 मिनट पर हो जाएगा। इस दिन पूजा निशिता काल में होती है।

ऐसे में बैकुंठ चतुर्दशी का पूजन 14 नवंबर को किया जाएगा। भक्तों को पूजा करने के लिए 53 मिनट का समय मिलेगा।

पूजा करने के लिए निशिता काल की शुरुआत रात 11.39 से लेकर 12.31 तक रहेगी।

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