कब है कालाष्टमी? जानें शुभ मुहूर्त, पूजा विधि, महत्व और उपाय

WRITTEN BY Team Bhakt Vatsal 21st March 2025

चैत्र का महीना शुरू हो चुका है। चैत्र का महीना अपने साथ बहुत सारे त्योहार लेकर आ रहा है।

हिंदू धर्म में कालाष्टमी का विशेष महत्व है। इसे काल भैरव की उपासना का दिन माना जाता है।

पंचांग के अनुसार, चैत्र माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि 22 मार्च को सुबह 4 बजे से शुरू होगी।

समापन 23 मार्च को सुबह 4 बजकर 23 मिनट पर होगा। इनकी निशा काल में पूजा की जाती है।

निशा काल में पूजा का समय देर रात 12 बजकर 04 मिनट से लेकर 12 बजकर 51 मिनट तक है।

तंत्र सीखने वाले साधक कालाष्टमी पर भगवान काल भैरव देव की कठिन साधना करते हैं।

इस दिन शिववास का संयोग बन रहा है। शिववास में काल भैरव देव की पूजा का फल दोगुना मिलेगा।