जानिए महाकुंभ में क्यों होती है अखाड़ों की पेशवाई?
WRITTEN BY
Team Bhakt Vatsal
05th Jan 2025
प्रयागराज में महाकुंभ का आयोजन होने जा रहा है। इस भव्य आयोजन की तैयारियां जोरों से चल रही हैं।
महाकुंभ के दौरान साधु-संत के अखाड़ों की पेशवाई होती है जिसे बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है।
अखाड़ों के साधु-संत राजसी ठाठ बाट के साथ कुंभ में आते हैं, इसी राजसी ठाठ बाट को पेशवाई कहा जाता है।
पेशवाई में राजा महाराजाओं की तरह हाथी, घोड़ों और रथों पर साधु-संतों की शाही सवारी निकलती है।
यह मुगल शासक से संबंधित है। कहा जाता है कि साधु-संत के एकजुट होने पर जहांगीर ने रोक लगा दी थी।
इसके बाद भी कुंभ मेले का आयोजन होने पर जहांगीर ने सेना का हमला साधु-संतों पर कर दिया था।
इसमें लगभग 60 संतों की मृत्यु हो गई थी। इसके बाद नागा साधुओं ने मोर्चा संभालते हुए लड़ाई लड़ी थी।
नागा साधुओं ने मुगल सेना को परास्त कर दिया था और इसके बाद से ही पेशवाई का आयोजन होने लगा।
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