जानें मां लक्ष्मी के छठे अवतार वीर लक्ष्मी की महिमा और धार्मिक महत्व

मां लक्ष्मी का छठा स्वरूप वीर लक्ष्मी हैं। मां का यह स्वरूप अपने भक्तों को बल, शौर्य और वीरता प्रदान करने वाला है।

संस्कृत में वीर शब्द साहस और वीरता का प्रतीक है, जो गुण वीर लक्ष्मी अपने भक्तों को प्रदान करती हैं।

माना जाता है कि वीर लक्ष्मी की पूजा करने से जीवन में बाधाओं और चुनौतियों को दूर करने की शक्ति मिलती है।

वीर लक्ष्मी को आठ भुजाओं वाली देवी के रूप में दर्शाया जाता है, जो उनकी अपार शक्ति का प्रतीक है।

उन्हें अक्सर लाल कपड़े पहने दिखाया जाता है जो उनकी शक्ति और दृढ़ संकल्प के साथ जुड़ाव का प्रतीक है।

उनकी आठ भुजाओं में विभिन्न हथियार और प्रतीक हैं, जिनमें चक्र, शंख, धनुष, तीर, त्रिशूल इत्यादि शामिल हैं।

मां के दो हाथ अभय और वरद मुद्रा में हैं जो सुरक्षा प्रदान करते हैं। वहीं एक हाथ में सोने की पट्टी या पुस्तक भी है।

अगर कोई कोर्ट-कचहरी का विवाद हो तब मां लक्ष्मी के वीर लक्ष्मी स्वरुप की पूजा जरूर करनी चाहिए।