होलिका दहन कब है, जानें शुभ मुहूर्त और भद्रा की स्थिति
WRITTEN BY
Team Bhakt Vatsal
10th March 2025
सनातन धर्म में होली का अत्यधिक महत्व होता है। इसकी शुरुआत होलिका दहन से होती है।
प्राचीन परंपरा के अनुसार, फाल्गुन मास की पूर्णिमा तिथि को होलिका दहन किया जाता है।
पंचांग के अनुसार, फाल्गुन मास की पूर्णिमा 13 मार्च को सुबह 10 बजकर 35 मिनट पर प्रारंभ होगी।
वैदिक पंचांग के अनुसार, इस तिथि का समापन 14 मार्च को दोपहर 12 बजकर 23 मिनट पर होगा।
इस बार 13 मार्च को भद्रा पूंछ शाम 6 बजकर 57 मिनट से रात 8 बजकर 14 मिनट तक रहेगी।
इसकी समाप्ति के बाद भद्रा मुख का समय शुरू होगा जो रात 10 बजकर 22 मिनट तक रहेगा।
होलिका दहन के लिए रात 11 बजकर 26 मिनट से देर रात 12 बजकर 30 मिनट का समय उत्तम माना गया है।
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