दिवाली पर लक्ष्मी-गणेश को क्यों चढ़ाए जाते हैं खील-बताशे, जानें महत्व

दिवाली पर लक्ष्मी और गणेश जी को खील-बताशे चढ़ाने की परंपरा के पीछे धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व है।

माना जाता है कि खील और बताशे माता लक्ष्मी को बेहद प्रिय है। मां इसके भोग से प्रसन्न होती हैं।

दिवाली के दिन माता लक्ष्मी घर में धन और समृद्धि लाती हैं। इसलिए इनका प्रसाद चढ़ाकर उनका आशीर्वाद प्राप्त होता है।

भगवान गणेश को भी खील और बताशे बहुत पसंद हैं। इन्हें चढ़ाने से गणेश जी प्रसन्न होते हैं। वे सभी कार्यों में सफलता प्रदान करते हैं।

खील और बताशे को शुभता का प्रतीक माना जाता है। ये सफेद रंग के होते हैं, जो शुद्धता और पवित्रता का प्रतीक है।

खील का हल्कापन और उसका आकार इस बात का संकेत देता है कि जीवन में सुख और समृद्धि धीरे-धीरे और सहजता से बढ़नी चाहिए।

बताशे मिठास और शुभता का प्रतीक होते हैं। चीनी से बने बताशे जीवन में मिठास और शांति का प्रतीक माने जाते हैं।