जानिए भाई दूज की पूजन विधि
WRITTEN BY
Team Bhaktvatsal
30th October 2024
हर साल कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि के दिन भाई दूज का पर्व मनाया जाता है।
2024 यानी इस बार कार्तिक मास द्वितीया तिथि का आरंभ 2 नवंबर को रात 8:22 बजे होगा, जो 3 नवंबर को रात में 10:06 बजे तक रहेगा।
हालांकि उदयातिथि के अनुसार 3 नवंबर को भाई दूज का पर्व मनाया जाएगा। इस दिन सुबह में 11 बजकर 39 मिनट तक सौभाग्य योग रहेगा।
भाई दूज के दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान व ध्यान करें। फिर घर के मंदिर में घी का दीपक जलाकर ईश्वर का ध्यान करें।
इस दिन यमराज और यमुना के साथ भगवान गणेश और भगवान विष्णु की पूजा का भी विधान है।
भाई दूज पर पीसे चावल से चौक बनाने की परंपरा भी है। इसके बाद बहन भाई को तिलक लगाएं और फिर आरती उतारें।
आरती के बाद हाथ में कलावा बांधें और मिठाई खिलाएं। फिर बहन भाई के हाथ में नारियल दें और फिर भाई को भोजन करवाएं।
भोजन के बाद भाई बहन को उपहार दें और चरण स्पर्श करके आशीर्वाद लें।
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