बैकुंठ एकादशी के दिन करें तिरुमला बैकुंठ द्वार मंदिर के दर्शन
WRITTEN BY
Team Bhakt Vatsal
09th Jan 2025
भारतीय सनातन धर्म में एकादशी का बहुत महत्व है। इस साल की पहली बैकुंठ एकादशी 10 जनवरी को होगी।
बैकुंठ एकादशी के दिन भगवान विष्णु की पूजा होती है। इस दिन पूजा करना शुभ और फलदायी होता है।
ऐसी मान्यता है कि इस दिन बैकुंठ एकादशी का व्रत करने से मोक्ष के साथ-साथ स्वर्ग की भी प्राप्ति होती है।
बैकुंठ एकादशी को मुक्कोटी एकादशी भी कहते हैं। इसे केरल में स्वर्ग वथिल एकादशी भी कहते हैं।
तिरुमाला मंदिर का बैकुंठ द्वारम् 10 जनवरी से 19 जनवरी के बीच अपने प्रिय भक्तों के लिए खुला रहेगा।
ऐसा माना जाता है कि यहां भक्तों को मोक्ष और दिव्य आशीर्वाद प्राप्त करने का विशेष अवसर प्राप्त होता है।
यह मंदिर रेलवे स्टेशन से लगभग 22 किलोमीटर दूर स्थित है। यहां पहुंचने में लगभग 45 घंटे का समय लगता है।
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