आखिर मां दुर्गा ने शेर को क्यों बनाया अपना वाहन?
WRITTEN BY
Team Bhakt Vatsal
29th March 2025
30 मार्च से चैत्र नवरात्रि की शुरुआत होने जा रही है। हिंदू धर्म में नवरात्रि का विशेष महत्व होता है।
देवी मां के 9 रूपों की नौ अलग-अलग सवारियां हैं। लेकिन मां दुर्गा की मूल सवारी तो शेर ही है।
माता पार्वती ने भगवान शिव को पाने के लिए बहुत कड़ी तपस्या की जिसके कारण वे सांवली हो गईं।
मां को देखकर शिव जी ने उन्हें चिढ़ा दिया। जिससे मां कैलाश छोड़कर तपस्या करने चली गईं।
जब कैलाश छोड़कर माता पार्वती तपस्या कर रही थीं। उस दौरान वहां पर एक भूखा शेर आया।
मां को तपस्या करता देख शेर वहीं पर बैठ गया और तपस्या पूरी होने का इंतजार करने लगा।
मां पार्वती की तपस्या से भगवान शिव बहुत खुश हुए और मां को गोरी होने का वरदान दिया।
जब मां तालाब में नहाने के बाद फिर से आईं तो उस दौरान उन्हें वो शेर वहीं पर बैठा मिला।
मां भी उस शेर के धैर्य से बहुत प्रसन्न हुईं और उन्होंने उस शेर को अपनी सवारी बना लिया।
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