अखाड़ों का नगर प्रवेश (महत्व, इतिहास और रोचक तथ्य)
WRITTEN BY
Team Bhakt Vatsal
07th Jan 2025
हिन्दू धर्म में महाकुंभ का विशेष महत्व है। ये भारत के बड़े धार्मिक अनुष्ठानों में से एक हैं।
महाकुंभ में अखाड़े इस धार्मिक अनुष्ठान की रौनक होते हैं जो कुंभ मेले की शोभा बढ़ाने में महत्वपूर्ण हैं।
साधु-संत ढोल-नगाड़ा, गाजे-बाजे और अपनी धर्म ध्वजा के साथ महाकुंभ में प्रवेश करते हैं।
अखाड़ों के नगर प्रवेश की प्रथा पुरानी मानी जाती है। यह प्रथा वैदिक काल से चली आ रही है।
महाकुंभ से पहले भी अखाड़े अपने धर्म के प्रचार-प्रसार के लिए शिष्यों के साथ गांव-गांव घूमते थे।
नगर प्रवेश की परंपरा का उद्देश्य लोगों से जुड़ाव बढ़ाना और उन्हें धर्म के प्रति जागरूक करना है।
नगर में प्रवेश करने से पहले अखाड़े के ध्वज की पूजा की जाती है और ध्वज को सजाया जाता है।
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