कौन होते हैं बर्फ़ानी नागा साधु?

WRITTEN BY Team Bhakt Vatsal 07th Jan 2025

महाकुंभ सनातन धर्म में विशेष महत्व रखता है। यह हिंदू धर्म के सबसे बड़े धार्मिक आयोजनों में से एक है।

एक निश्चित समय पर देश के 4 धार्मिक शहरों उज्जैन, प्रयागराज, हरिद्वार और नासिक में कुंभ मेला लगता है।

इन 4 स्थानों पर बनने वाला नागा साधुओं के नाम भी अलग-अलग होते हैं। जिनमें बर्फानी नागा साधु भी हैं।

भारतीय आध्यात्मिक संस्कृति में नागा साधु विशेष स्थान रखते हैं। नागा बनने की प्रक्रिया कुंभ में होती है।

हरिद्वार में नागा साधु बनने वालों को ही बर्फानी नागा कहा जाता है क्योंकि हरिद्वार का मौसम ठंडा होता है।

हरिद्वार का मौसम अन्य कुंभ स्थलों की तुलना में अधिक ठंडा है। यहां नागा को कठोर तप से गुजरना पड़ता है।

नागा साधु शिव भक्त होते हैं। नागा साधु वस्त्र नहीं पहनते हैं और ये नागा अपने शरीर पर भस्म लगाते हैं।

कौन होते हैं खूनी नागा साधु?