नागा साधु शरीर पर भभूत क्यों लगाते हैं?

WRITTEN BY Team Bhakt Vatsal 03rd Jan 2025

सनातन धर्म में साधु-संत का बहुत महत्व है। साधु-संत सुखों को त्यागकर सत्य और धर्म के मार्ग पर चलते हैं।

नागा साधुओं को स्वयं का पिंडदान करना होता है और ब्रह्मचर्य जैसी कठोर शिक्षा का पालन करना होता है।

नागा साधु एकांत में साधना करना पसंद करते हैं और ये महाकुंभ के दौरान बड़ी संख्या में पवित्र घाटों पर आते हैं।

भस्म को नकारात्मकता दूर करने का साधन माना जाता है इसलिए साधु इसे अपने शरीर पर लगाते हैं।

भस्म लगाने से नागा साधुओं का तापमान स्थिर रहता है। भस्म साधुओं के रोम कूपों को बंद कर देती है।

शरीर के रोम कूपों के बंद रहने से सर्दियों में शरीर में गर्माहट और गर्मियों में शरीर में नमी बानी रहती है।

नागा साधु निर्वस्त्र रहते हैं इसलिए भस्म लगाने से नागा साधुओं का तापमान प्रत्येक स्थिति में संतुलित बना रहता है।

नागा साधु कितने प्रकार के होते हैं?