भगवान शिव को बेलपत्र क्यों चढ़ाया जाता है?

WRITTEN BY Team Bhakt Vatsal 20th Dec 2024

हिंदू धर्म में भगवान शिव को दया और करुणा का सागर माना जाता है। महादेव का स्वभाव बेहद भोला है।

मान्यता है कि बेलपत्र चढ़ाने से भगवान शिव प्रसन्न होकर भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं।

शिवपुराण के अनुसार, जब समुद्र मंथन हुआ था। तो समुद्र मंथन से एक घातक विष निकला था।

तब भगवान शिव ने सृष्टि की रक्षा करने के लिए इस विष को अपने गले में धारण कर लिया था।

इस विष को गले में धारण करने से भगवान शिव का गला नीला पड़ गया था और शरीर बहुत गर्म हो गया था।

तब सभी देवताओं ने मिलकर भगवान शिव का दूध से अभिषेक किया था और उन्हें बेलपत्र चढ़ाये थे।

इससे विष का प्रभाव समाप्त हो गया था और भगवान शिव के शरीर का तापमान साधारण हो गया था।

तब से भगवान शिव को बेलपत्र चढ़ाने की परंपरा शुरू हो गई और भगवान शिव को बेलपत्र अर्पित होने लगा।