वृश्चिक संक्रांति 2024 पूजा विधि और उपाय

WRITTEN BY Team Bhakt Vatsal 14th Nov 2024

सूर्य देव 16 नवंबर के दिन तुला राशि से निकलकर वृश्चिक राशि में प्रवेश करेंगे।

सूर्य देव जब तुला राशि से निकलकर वृश्चिक में प्रवेश करते हैं तो उसे वृश्चिक संक्रांति कहा जाता है।

इस शुभ दिन भक्त सूर्य देव की पूजा करते हैं क्योंकि वृश्चिक संक्रांति सूर्य देव को समर्पित होती है।

ऐसे में इस दिन भगवान सूर्य की विधि-विधान के साथ पूजा करने से दुखों का अंत होता है।

संक्रांति के दिन भक्त स्नान करते हैं। संक्रांति के दिन दान करना बहुत ही शुभ माना जाता है।

इस दिन श्राद्ध और पितृ तर्पण करना महत्वपूर्ण अनुष्ठान माना जाता है।

इतना ही नहीं, वृश्चिक संक्रांति पर ब्राह्मण को गाय का दान बहुत ही शुभ माना जाता है।

इस दिन विष्णु सहस्त्रनाम, आदित्य हृदय आदि हिंदू शास्त्र का पाठ अवश्य करना चाहिए।

वृश्चिक संक्रांति क्या होती है, जानें महत्व