पितृ पक्ष के दौरान इन बातों का रखें ध्यान, वरना पितृ हो सकते हैं नाराज

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Team Bhakt Vatsal

पितृपक्ष के दौरान ब्राह्मणों को भोजन और वस्त्र दान करना एक महत्वपूर्ण परंपरा है। यह दान पितरों को प्रसन्न करने और उनके आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए किया जाता है।

पपितृपक्ष में कपड़े और जूते खरीदना वर्जित है। इससे पितरों का अपमान होता है। इस दौरान कपड़े और जूते खरीदने से नकारात्मक ऊर्जा आती है। ऐसे में खरीददारी से बचना चाहिए।

जिन लोगों की कुंडली में पितृ दोष है। उन्हें इस दौरान गया जी, उज्जैन और अन्य स्थानों पर पिंडदान करना चाहिए। गया जी एक पवित्र स्थान है, जहां पिंडदान करने से विशेष फल मिलता है।।

इस समय गाय, कौवे, कुत्ते और चींटियों को खाना खिलाना बहुत शुभ माना जाता है। इन जीवों को खाना खिलाने से पितरों को प्रसन्न किया जा सकता है और इससे पुण्य की प्राप्ति होती है।

पितृपक्ष की अवधि विवाह, सगाई और रोका समारोह के लिए अशुभ मानी जाती है। ऐसा करने से पितर क्रोधित हो सकते हैं, जिससे जीवन में परेशानियां और दुख आते हैं।।

पितृपक्ष के दौरान प्याज, लहसुन, अंडा और मांस खाने से बचना चाहिए, क्योंकि ये तामसिक गुणों को बढ़ाते हैं। इस दौरान पितरों को प्रसन्न करने के लिए शुद्ध और सात्विक भोजन करना चाहिए।

पितृ पक्ष में इन चीजों का करें दान, आप बन सकते हैं धनवान