भारतीय संस्कृति में परंपराओं और विश्वासों का विशेष महत्व है। इसी कारण, हिंदू धर्म में किसी भी नए कार्य की शुरुआत से पहले पूजा करना शुभ माना जाता है। शेयर बाजार में निवेश करने से पहले भी लोग पूजा करते हैं, क्योंकि इसे सकारात्मक शुरुआत का प्रतीक माना जाता है। ऐसा करने से न केवल आत्मविश्वास बढ़ता है, बल्कि मानसिक शांति भी मिलती है। साथ ही, निवेश से आर्थिक उन्नति के अवसर भी बढ़ते हैं। यदि आप भी शेयर बाजार में निवेश करने वाले हैं, तो इस लेख के माध्यम से पूजा की विधि, इसके लाभ और आध्यात्मिक दृष्टिकोण को समझें।
भारतीय संस्कृति में पूजा का मुख्य उद्देश्य नकारात्मक ऊर्जा को दूर करना और सकारात्मक ऊर्जा को आमंत्रित करना है। पूजा के माध्यम से निवेश को एक शुभ शुरुआत दी जाती है, जिससे आर्थिक उन्नति का मार्ग प्रशस्त होता है। इसके अलावा, पूजा से निवेशकों का आत्मविश्वास बढ़ता है और मनोबल मजबूत होता है। पूजा करने से यह भाव भी आता है कि भगवान हर स्थिति में उनका मार्गदर्शन करेंगे। इसके साथ ही, यह प्रार्थना भी की जाती है कि निवेश सफल हो और समृद्धि प्रदान करे।
गंगा दशहरा हिंदू धर्म का एक अत्यंत पुण्य और पावन पर्व है, जिसे ज्येष्ठ मास की शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को मनाया जाता है। यह दिन देवी गंगा के स्वर्ग से पृथ्वी पर अवतरण का प्रतीक है।
गंगा दशहरा का पर्व हिन्दू पंचांग के अनुसार ज्येष्ठ मास की शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को मनाया जाता है।
गंगा दशहरा, जिसे ज्येष्ठ शुक्ल दशमी के दिन मनाया जाता है, हिंदू धर्म का एक अत्यंत पावन और पुण्यदायक पर्व है। इस दिन का महत्व केवल मां गंगा के धरती पर अवतरण के कारण ही नहीं है, बल्कि यह दिन पितरों के मोक्ष और आत्मिक शांति के लिए भी अत्यंत शुभ माना गया है।
गंगा दशहरा, ज्येष्ठ शुक्ल दशमी तिथि को मनाया जाने वाला एक अत्यंत पवित्र पर्व है, जो इस बार 5 जून 2025 को मनाया जाएगा। इस दिन मां गंगा के पृथ्वी पर अवतरण का उत्सव मनाया जाता है।