मां दुर्गा की पूजा इस विधि से करें

असुरों का संहार करने वाली देवी हैं मां दुर्गा, इस विधि से कर सकते हैं उनकी पूजा 


मां दुर्गा का रूप शक्ति और वीरता का प्रतीक है। वे राक्षसों और असुरों से संसार को बचाने वाली देवी हैं। उनकी पूजा से व्यक्ति को मानसिक, शारीरिक और आत्मिक बल मिलता है। उन्हें शेर पर सवार देखा जाता है, जो उन्हें शक्ति और साहस का प्रतीक बनाता है। मां दुर्गा की पूजा करने से हमें शक्ति और ऊर्जा मिलती है। यह हमें अपने जीवन की चुनौतियों का सामना करने के लिए प्रेरित करती है। मां दुर्गा ने महिषासुर जैसे राक्षसों का वध करके संसार को बुराई से मुक्त कराया था। दुर्गा पूजा हमें सिखाती है कि हमें हमेशा बुराई के खिलाफ खड़ा होना चाहिए। दुर्गा पूजा के दौरान मां दुर्गा की भक्ति और आराधना करने से हमारे आसपास का वातावरण सकारात्मक होता है। आइए भक्त वत्सल के इस लेख में मां दुर्गा की पूजा विधि के बारे में विस्तार से जानते हैं। 


मां दु्र्गा की पूजा के लिए सामग्री 


  • मां दुर्गा की प्रतिमा
  • लाल वस्त्र
  • लकड़ी की चौकी
  • सिंदूर
  • अक्षत
  • मिठाई
  • फल
  • फूल
  • माला
  • धूप
  • दीप
  • घी
  • तेल
  • कपूर
  • गंगाजल
  • कलश
  • पान
  • सुपारी
  • लौंग
  • इलायची


मां दुर्गा की पूजा किस विधि से करें? 


  • पूजा स्थल को स्वच्छ और पवित्र रखें।
  • आसन पर एक सफेद कपड़ा बिछाएं और वहां माता दुर्गा की मूर्ति या चित्र रखें।
  • दीपक, अगरबत्ती, और फल आदि पूजा सामग्री को तैयार रखें।
  • पूजा करने से पहले अच्छे से स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र पहनें।
  • अपने मन और शरीर को शुद्ध रखें।
  • सबसे पहले देवी दुर्गा का आह्वान करें। उनका ध्यान करें और उनके चित्र या मूर्ति के सामने बैठकर अपनी श्रद्धा व्यक्त करें।
  • ओम दुं दुर्गायै नम: का जाप करें।
  • पूजा में देवी को फल, मिठाई, दुर्वा, फूल, और धूप अर्पित करें।
  • देवी को ताजे फल और प्रसाद अर्पित करें।
  • साथ ही, पानी से भरा हुआ कलश रखें।
  • देवी दुर्गा के मंत्रों का जाप करें। 
  • आखिर में मां दुर्गा की आरती करें। 


मां दुर्गा की पूजा का महत्व क्या है? 


माँ दुर्गा की पूजा का महत्व हिंदू धर्म में बहुत अधिक है। माँ दुर्गा को शक्ति, सुरक्षा, और मातृत्व की देवी के रूप में पूजा जाता है। दुर्गा पूजा, विशेषकर नवरात्रि के दौरान, एक महत्वपूर्ण त्योहार होता है जो माँ दुर्गा के नौ रूपों की आराधना के लिए समर्पित है। यह पूजा बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है, क्योंकि माँ दुर्गा ने महिषासुर नामक राक्षस का वध करके देवताओं और मनुष्यों को उसके अत्याचार से मुक्त कराया था। दुर्गा पूजा का महत्व व्यक्ति के जीवन में शक्ति, साहस, और सकारात्मकता लाने में भी है। यह पूजा व्यक्ति को मानसिक और आध्यात्मिक रूप से मजबूत बनाती है और उसे जीवन की चुनौतियों का सामना करने के लिए प्रेरित करती है।


मां दुर्गा की पूजा करने के दौरान किन मंत्रों का करें जाप


  • ॐ दुं दुर्गायै नमः
  • ॐ आयुम् सुखम् क्लीं दुर्गायै स्वाहा
  • ॐ क्लीं क्लीं दुर्गायै नमः
  • ॐ जयंती मङ्गला काली भद्रकाली कपालिनी।
  • दुर्गा क्षमा शिवा धात्री स्वाहा स्वाहा स्वाहा॥
  • ॐ महालक्ष्म्यै च विद्महे विष्णुपद्माय धीमहि।
  • तन्नो लक्ष्मी प्रचोदयात्॥
  • ॐ ह्लीं दुर्गायै महाक्रूरीं महाक्रूरं महाक्रूणीं।
  • तन्नो दुर्गा प्रचोदयात्॥

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