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होली के ठीक बाद आने वाला भाई दूज भाई-बहन के प्रेम और विश्वास का प्रतीक होता है। इस दिन बहनें अपने भाइयों को तिलक लगाकर उनकी लंबी उम्र और सफलता की मनोकामना करती हैं। यह पर्व रक्षा बंधन की तरह ही भाई की रक्षा और कल्याण के लिए मनाया जाता है। मान्यता है कि इस दिन यमराज अपनी बहन यमुनाजी के घर गए थे, और यमुनाजी ने अपने भाई का तिलक लगाकर अतिथि स्वागत किया था। साथ ही उनकी लंबी आयु की मनोकामना की थी। उसी परंपरा को निभाते हुए आज भी यह पर्व मनाया जाता है।
इस बार होली भाई दूज की तिथि 15 मार्च दोपहर 2:30 बजे से शुरू होगी और 16 मार्च शाम 5:00 बजे तक रहेगी। तिलक करने की शुभ तिथि 16 मार्च से शुरू होगी जो दोपहर 3:00 बजे तक रहेगी। इस समय तिलक करने से विशेष फल मिलेगा।
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