नवीनतम लेख
हनुमान जयंती हर साल चैत्र शुक्ल पूर्णिमा को मनाई जाती है। यह दिन भगवान हनुमान के जन्मोत्सव के रूप में श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया जाता है। मान्यता है कि इस दिन व्रत रखने और विधिपूर्वक पूजा करने से जीवन की बाधाएं दूर होती हैं, घर में सुख-शांति आती है और मानसिक व शारीरिक बल की प्राप्ति होती है। इस दिन भक्त हनुमान चालीसा, बजरंग बाण, सुंदरकांड और वैदिक मंत्रों का जाप करते हैं। मान्यता है कि ऐसा करने से जीवन में सुख-समृद्धि आती है और सभी दुखों से मुक्ति मिलती है।
पंचांग के अनुसार, चैत्र पूर्णिमा तिथि 12 अप्रैल को सुबह 3:20 बजे शुरू होकर 13 अप्रैल को सुबह 5:52 बजे तक रहेगी। इसलिए हनुमान जयंती का पर्व 12 अप्रैल, शनिवार को मनाया जाएगा।
अगर आप घर पर पूजा करना चाहते हैं, तो ये आसान विधि अपनाकर भगवान हनुमान का आशीर्वाद पा सकते हैं:
हनुमान जयंती का धार्मिक, आध्यात्मिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से गहरा महत्व है। यह दिन न केवल भगवान हनुमान के जन्म का प्रतीक है, बल्कि उनके जीवन से जुड़े साहस, भक्ति और सेवा के आदर्शों की याद दिलाता है।
'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।