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दीर्घायु पूजा विधि

दीर्घायु पूजा विधि

दीर्घायु और निरोगी जीवन की कामना रखते हैं, तो करें ये खास पूजा और उपाय

हर इंसान की यह स्वाभाविक इच्छा होती है कि वह लंबा, स्वस्थ और सुखद जीवन जिए। कोई नहीं चाहता कि असमय बीमारियों या मानसिक तनाव से उसका जीवन प्रभावित हो। आयुर्वेद, ज्योतिष और धर्मशास्त्रों में बताया गया है कि दीर्घायु केवल शरीर की लंबी उम्र नहीं होती, बल्कि यह एक ऐसा जीवन होता है जिसमें व्यक्ति शारीरिक, मानसिक और आत्मिक रूप से संतुलित रहता है। 

हमारे धर्म ग्रंथों में कई ऐसे पूजा-पाठ, मंत्र और व्रत-उपवास बताए गए हैं, जिन्हें अपनाकर न केवल दीर्घायु प्राप्त की जा सकती है, बल्कि रोगों से भी बचाव संभव होता है। यदि श्रद्धा और नियमपूर्वक इन उपायों को जीवन में उतार लिया जाए, तो व्यक्ति जीवन के हर पड़ाव को सकारात्मक ऊर्जा के साथ पार कर सकता है।

महामृत्युंजय जाप है जीवन रक्षक मंत्र

दीर्घायु और रोगों से बचाव के लिए महामृत्युंजय मंत्र का जाप सबसे प्रभावी माना गया है। यह मंत्र अकाल मृत्यु और गंभीर रोगों से रक्षा करता है।

मंत्र:

 “ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्।
उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्॥
  • हर सुबह या शाम 108 बार इस मंत्र का जाप करें।
  • सोमवार के दिन रुद्राभिषेक या महामृत्युंजय हवन कराना विशेष फलदायी होता है।
  • हवन में गाय के घी, बेलपत्र और काली तिल से आहुति दें।
  • इसके अलावा बगलामुखी मंत्र, शिवगायत्री मंत्र, सूर्य मंत्र, और विष्णु सहस्रनाम भी प्रमुख हैं। इन मंत्रों का नियमित जप रोग, भय और अकाल मृत्यु से रक्षा करता है और मानसिक शांति भी प्रदान करता है।

हनुमान जी की आराधना देती है बल और दीर्घायु

हनुमान जी को चिरंजीवी (अजर-अमर) देवता माना जाता है।

  • मंगलवार और शनिवार को हनुमान चालीसा का पाठ करें।
  • उन्हें सिंदूर और चमेली का तेल चढ़ाएं।
  • “बजरंग बाण” का पाठ करें और शक्ति के लिए प्रार्थना करें।

सूर्य अर्घ्य से मिलती है तेज और आयु

 सूर्यदेव को प्रतिदिन अर्घ्य देना भी दीर्घायु का प्रमुख उपाय है।

  • तांबे के लोटे में जल, लाल फूल और रोली डालकर सूर्य को अर्पित करें।
  • “ॐ सूर्याय नमः” मंत्र का 11 बार उच्चारण करें।

व्रत और दान से बनती है लंबी उम्र की राह

  • एकादशी और प्रदोष व्रत करने से मन और शरीर दोनों की शुद्धि होती है।
  • अमावस्या को गरीबों को अन्न, वस्त्र और तिल का दान करें।
  • गौ सेवा और वृद्धजनों की सेवा से भी दीर्घायु का आशीर्वाद मिलता है।

जन्मदिन पर करें ये विशेष उपाय

  • अपने जन्मदिन पर रुद्राभिषेक या महामृत्युंजय हवन करवाएं।
  • 5 तुलसी के पौधे लगाएं और उनकी सेवा करें।
  • माता-पिता और गुरुजनों का आशीर्वाद लें, इससे जीवन में उम्र के साथ-साथ शुभता भी बनी रहती है।
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लल्ला की सुन के मै आयी यशोदा मैया देदो(Lalla Ki Sun Ke Mai Aayi Yashoda Maiya Dedo Badhai)

लल्ला की सुन के मै आयी,
यशोदा मैया देदो बधाई,

लंका में बज गया रे डंका श्री राम का(Lanka Mein Baj Gaya Re Danka Shree Ram Ka)

मैं माँ अंजनी का लाला श्री राम भक्त मतवाला,
मेरा सोटा चल गया रे बजा डंका राम का,

लाऊँ कहाँ से, भोलेनाथ तेरी भंगिया(Lau Kaha Se Bhole Nath Teri Bhangiya)

लाऊँ कहाँ से,
भोलेनाथ तेरी भंगिया,

लौट के आजा नंद के दुलारे(Laut Ke Aaja Nand Ke Dulare)

लौट के आजा नंद के दुलारे,
उम्मीद लगाए,

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