नरसिंह भगवान की पूजा कैसे करें?

इस विधि से करें नरसिंह भगवान की पूजा, शत्रुओं पर होगी विजय प्राप्ति


नरसिंह भगवान हिंदू धर्म में भगवान विष्णु के दस प्रमुख अवतारों में से चौथा अवतार हैं। उन्हें आधा मानव और आधा सिंह के रूप में दर्शाया जाता है। यह एक ऐसा अवतार था जो अपने भक्त प्रह्लाद की रक्षा के लिए लिया गया था। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, हिरण्यकश्यप एक अत्यंत शक्तिशाली असुर था जो खुद को भगवान मानता था। उसने अपने पुत्र प्रह्लाद को भगवान विष्णु की भक्ति से मना करने की बहुत कोशिश की, लेकिन प्रह्लाद अडिग रहा। प्रह्लाद बचपन से ही भगवान विष्णु का भक्त था। उसने अपने पिता के सभी अत्याचारों को सहन किया, लेकिन अपनी भक्ति से कभी विचलित नहीं हुआ। 


हिरण्यकश्यप ने प्रह्लाद को मारने के कई प्रयास किए, लेकिन हर बार असफल रहा। अंत में, भगवान विष्णु ने हिरण्यकश्यप का वध करने और प्रह्लाद की रक्षा करने के लिए नरसिंह अवतार लिया। आपको बता दें,  नरसिंह भगवान भक्तों की रक्षा के प्रतीक हैं। उन्होंने प्रह्लाद की भक्ति को देखा और उसे बचाया। आइए इस लेख में विस्तार से जानते हैं कि नरसिंह भगवान की पूजा किस विधि से करें। पूजा सामग्री और पूजा का महत्व क्या है। 



नरसिंह भगवान की पूजा के लिए सामग्री क्या है? 


  • भगवान नरसिंह की मूर्ति या चित्र
  • कुमकुम
  • केसर
  • नारियल
  • अक्षत
  • पीला वस्त्र
  • गंगाजल
  • काले तिल
  • पंचगव्य (गाय का दूध, दही, घी, गोमूत्र और गोबर)
  • हवन सामग्री
  • चंदन
  • कपूर
  • रोली
  • तुलसी दल
  • धूप
  • दीप
  • घंटी



नरसिंह भगवान की पूजा किस विधि से करें? 


  • सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
  • पूजा स्थल को साफ करके गंगाजल से छिड़कें।
  • नरसिंह भगवान की मूर्ति या चित्र को एक चौकी पर स्थापित करें।
  • पूजा के लिए आवश्यक सामग्री जैसे फल, फूल, धूप, दीप, चंदन, कुमकुम, अक्षत आदि रखें। 
  • नरसिंह भगवान को मंत्रों से आवाहन करें।
  • मूर्ति को पंचामृत दूध, दही, घी, शहद, और पानी से स्नान कराएं।
  • भगवान को चंदन, कुमकुम, अक्षत, फूल आदि अर्पित करें।
  • नरसिंह भगवान के सामने घी का दीपक जलाएं। 
  • पूजा करने के दौरान नरसिंह भगवान के मंत्रों का जाप करें।
  • ॐ नरसिंहाय नमः
  • ॐ नृसिंह वीरबाहवे नमः
  • आखिर में नरसिंह भगवान की आरती करें। 



नरसिंह भगवान की पूजा किस दिन करें? 


आप नरसिंह भगवान की पूजा किसी भी दिन कर सकते हैं। इसके अलावा आप गुरुवार के दिन कर सकते हैं। 



नरसिंह भगवान की पूजा का महत्व क्या है?


नरसिंह भगवान ने हिरण्यकश्यप जैसे असुर का वध करके बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक स्थापित किया। इसलिए, उनकी पूजा करने से बुरी शक्तियों का नाश होता है और जीवन में सकारात्मकता आती है। नरसिंह भगवान का रूप ही साहस और शक्ति का प्रतीक है। उनकी पूजा करने से व्यक्ति में साहस, शक्ति और आत्मविश्वास बढ़ता है। नरसिंह भगवान को भय का नाश करने वाले देवता के रूप में भी जाना जाता है। उनकी पूजा करने से मन से सभी तरह का भय दूर होता है और व्यक्ति निडर हो जाता है। नरसिंह भगवान की कृपा से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। नरसिंह भगवान की पूजा करने से व्यक्ति को सुख-समृद्धि की प्राप्ति हो सकती है और जीवन में चल रही परेशानियां दूर हो जाती है। 



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