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2nd May 2025 Panchang (2 मई 2025 का पंचांग)

2nd May 2025 Panchang (2 मई 2025 का पंचांग)

Aaj Ka Panchang: आज 2 मई 2025 का शुभ मुहूर्त, राहुकाल का समय, आज की तिथि और ग्रह


Aaj Ka Panchang 2 May 2025: आज 02 मई 2025 वैशाख माह का बीसवां दिन है। साथ ही आज पंचांग के अनुसार वैशाख माह के शुक्ल पक्ष तिथि पंचमी है। आज शुक्रवार का दिन है। इस तिथि पर धृति योग रहेगा। वहीं चंद्रमा मिथुन राशि में रहेंगे। आपको बता दें, आज शुक्रवार के दिन अभिजीत मुहूर्त सुबह 11 बजकर 52 मिनट से दोपहर 12 बजकर 45 मिनट तक रहेगा। इस दिन राहुकाल सुबह 10 बजकर 39 मिनट से दोपहर 12 बजकर 18 मिनट तक रहेगा। आज वार के हिसाब से आप शुक्रवार का व्रत रख सकते हैं, जो माता लक्ष्मी को समर्पित होता है। आज का दिन बेहद शुभ है, क्योंकि आज कई त्योहार है। जिनमें  शंकराचार्य जयन्ती, सूरदास जयन्ती, रामानुज जयन्ती, स्कन्द षष्ठी शामिल है। साथ ही आज सर्वार्थ सिद्धि योग और रवि योग का भी संयोग भी है। आइए भक्त वत्सल के इस लेख में हम विस्तार से आपको आज के पंचांग के बारे में बताएंगे कि आज आपके लिए शुभ मुहूर्त क्या है। किस समय कार्य करने से शुभ परिणाम की प्राप्ति हो सकती है। साथ ही आज किन उपायों को करने से लाभ हो सकता है। 

आज का पंचांग 02 मई 2025

  • तिथि- वैशाख शुक्ल पक्ष पंचमी तिथि  
  • नक्षत्र - आर्द्रा
  • दिन/वार- शुक्रवार
  • योग- धृति
  • करण- बालव और कौलव  
वैशाख शुक्ल पक्ष पंचमी तिथि प्रारंभ- 01 मई सुबह 11:23 बजे 
वैशाख शुक्ल पक्ष पंचमी तिथि समाप्त-  02 मई सुबह 09:14 बजे 

सूर्य-चंद्र गोचर

  • सूर्य- मेष राशि में रहेंगे। 
  • चंद्र- चंद्रमा मिथुन राशि में रहेंगे। 

सूर्य और चंद्रमा का मुहूर्त

  • सूर्योदय- सुबह 5 बजकर 40 मिनट पर 
  • सूर्यास्त-  शाम 6 बजकर 57 मिनट पर 
  • चन्द्रोदय- सुबह 9 बजकर 28 मिनट पर 
  • चन्द्रास्त-  3 मई को रात्रि 12 बजकर 13 मिनट पर 

आज का शुभ मुहूर्त और योग 02 मई 2025

  • रवि योग  -  दोपहर 01:04 बजे से 03 मई प्रात:काल 05:39 बजे तक 
  • सर्वार्थ सिद्धि योग - दोपहर 01:04 बजे से 03 मई प्रात:काल 05:39 बजे तक 
  • ब्रह्म मुहूर्त - प्रात:काल 04:14 बजे से सुबह 04:57 बजे तक।
  • अभिजीत मुहूर्त -  सुबह 11:52 बजे से दोपहर 12:45 बजे तक। 
  • अमृत काल - नहीं है।
  • विजय मुहूर्त -  दोपहर 02:31 बजे से दोपहर 03:24 बजे तक।
  • गोधूलि मुहूर्त  - शाम 06:56 बजे से शाम 07:17 बजे तक।
  • संध्या मुहूर्त - शाम 06:57 बजे से रात्रि 08:01 बजे तक।

आज का अशुभ मुहूर्त 02 मई 2025

  • राहु काल   -  सुबह 10:39 बजे से दोपहर 12:18 बजे तक। 
  • गुलिक काल - सुबह 07:19 बजे से सुबह 08:59 बजे तक।
  • यमगंड -  दोपहर 03:38 बजे से शाम 05:17 बजे तक।
  • दिशाशूल  -  पश्चिम, इस दिशा में यात्रा करने से बचना चाहिए।
  • भद्रा -  प्रात:काल 05:40 बजे से सुबह 11:23 बजे तक। 
  • विडाल योग - दोपहर 01:04 बजे से 03 मई प्रात:काल 05:39 बजे तक। 

02 मई 2025 पर्व/त्योहार/व्रत

  • शुक्रवार- आज आप शुक्रवार का व्रत रख सकते हैं, जो माता लक्ष्मी को समर्पित है। 
  • शंकराचार्य जयंती - आदि शंकराचार्य एक महान भारतीय गुरु और दार्शनिक थे, जिनका जन्म 788 ई.पू. केरल के कलाड़ी में हुआ था। उन्होंने अद्वैत वेदान्त के सिद्धांत को स्थापित किया और हिन्दू संस्कृति को पुनर्जीवित किया, जो उस समय पतन की ओर जा रही थी। उनकी जयंती वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाई जाती है, जो अप्रैल और मई के मध्य आती है। मात्र 32 वर्ष की आयु में ही उनका निधन हो गया, लेकिन उनके सिद्धांतों का अनुसरण आज भी उनके सम्बन्धित सम्प्रदायों द्वारा किया जाता है। वह हिन्दू धर्म के पुनरुत्थान में एक महत्वपूर्ण व्यक्ति थे, और उनके साथ माधव और रामानुज जैसे महान गुरुओं ने भी महत्वपूर्ण योगदान दिया।
  • स्कन्द षष्ठी - भगवान स्कन्द तमिल हिन्दुओं के बीच एक प्रसिद्ध देवता हैं, जिन्हें मुरुगन, कार्तिकेय और सुब्रहमन्य के नाम से भी जाना जाता है। वह भगवान शिव और देवी पार्वती के पुत्र और भगवान गणेश के छोटे भाई हैं। स्कन्द षष्ठी का व्रत षष्ठी तिथि को मनाया जाता है, जो भगवान स्कन्द को समर्पित है। यह व्रत पञ्चमी तिथि के साथ षष्ठी तिथि के संयोग में भी किया जा सकता है। तमिलनाडु में कई मुरुगन मन्दिर इस नियम का अनुसरण करते हैं। कार्तिक चन्द्र मास के दौरान शुक्ल पक्ष की षष्ठी सबसे मुख्य होती है, जिसमें श्रद्धालु छः दिन का उपवास करते हैं जो सूरसम्हाराम तक चलता है। इसके बाद तिरु कल्याणम और सुब्रहमन्य षष्ठी जैसे महत्वपूर्ण दिन आते हैं।
  • श्री रामानुजाचार्य जयंती - श्री रामानुज आचार्य एक महान हिन्दू दार्शनिक और विचारक थे, जिन्हें श्री वैष्णववाद के दर्शन में सर्वाधिक प्रतिष्ठित आचार्य माना जाता है। उनका जन्म 1017 ई. में तमिलनाडु के श्रीपेरुमबुदुर में हुआ था। उनका जन्म नाम लक्ष्मण था। उन्हें इलैया पेरुमल भी कहा जाता है, जिसका अर्थ है उज्ज्वल। 120 वर्ष की आयु में तमिलनाडु के श्रीरंगम में उनका निधन हो गया। उनकी जयंती प्रत्येक वर्ष तमिल सौर कैलेंडर के आधार पर चिथिरई माह के तिरुवथिराई नक्षत्र के दिन मनाई जाती है। श्री रामानुज को श्री रामानुजाचार्य के नाम से भी जाना जाता है और उनका दर्शन आज भी प्रासंगिक है।
  • सूरदास जयंती - संत सूरदास एक महान कवि और संगीतकार थे, जो भगवान कृष्ण को समर्पित अपने भक्ति गीतों के लिए विश्व विख्यात हैं। उनका जन्म 1478 ई. में हरियाणा या आगरा के पास रुनकता में हुआ था। वे जन्म से ही अन्धे थे। अल्पायु में ही उन्होंने भगवान कृष्ण की भक्ति में लीन होकर घर-परिवार त्याग दिया। सूरदास के मधुर संगीत और भक्तिमय काव्य ने उन्हें अत्यधिक ख्याति दिलाई और वे मुगल सम्राट अकबर उनके संरक्षक बन गए। उन्होंने अपने जीवनकाल के अन्तिम वर्ष ब्रज क्षेत्र में व्यतीत किए और साधारण जीवन जीते हुए भजन गायन और धार्मिक प्रवचनों से जीवनयापन किया। उनकी जयंती वैशाख माह में शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि पर मनाई जाती है। सूरदास ने सूरसागर नामक काव्यग्रंथ में सैकड़ों सहस्र रचनाएं लिखीं, जिनमें से लगभग 8,000 रचनाएं ही वर्तमान में अस्तित्व में हैं।

आज का उपाय 02 मई  2025

02 मई को धृति योग बन रहा है। धृति को अधिकांश शुभ कार्यों के लिये श्रेष्ठ माना जाता है। इसीलिये यह शुभ मुहूर्त में स्वीकृत है। इस दिन कुछ विशेष उपाय करने से आपको अपने जीवन में सफलता, समृद्धि, और सुख की प्राप्ति हो सकती है। आज के दिन दान-पुण्य करने से आपको पुण्य मिलेगा और आपके जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आएंगे। 

  • शुक्रवार के उपाय - शुक्रवार का दिन देवी लक्ष्मी और शुक्र ग्रह को समर्पित है। इस दिन कुछ उपाय करके आप अपनी आर्थिक स्थिति को मजबूत कर सकते हैं और जीवन में सुख-समृद्धि ला सकते हैं। शुक्रवार के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करें साथ ही सफेद या हल्के रंग के वस्त्र पहनें। इसके बाद देवी लक्ष्मी की पूजा करें। इसके बाद उन्हें कमल के फूल, सफेद चंदन और मिठाई अर्पित करें। शुक्रवार के दिन गरीबों को सफेद वस्त्र और दूध दान करना भी लाभदायक होता है। इसके अलावा शुक्र ग्रह की शांति के लिए शुक्रवार के दिन व्रत रखें और शुक्र ग्रह के मंत्र "ऊं शुक्राय नमः" का जाप करें। इन उपायों को करने से आपको जीवन में सुख-समृद्धि और आर्थिक लाभ प्राप्त हो सकता है।
  • स्कन्द षष्ठी के उपाय - स्कन्द षष्ठी के दिन भगवान मुरुगन की पूजा करने से विशेष लाभ प्राप्त होता है। इस दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और भगवान मुरुगन की पूजा करें। उन्हें पीले फूल, पीले फल और घी का दीपक अर्पित करें। स्कन्द षष्ठी के दिन भगवान मुरुगन के मंत्र "ऊं षण्मुखाय नमः" का जाप करना भी लाभदायक होता है। इसके अलावा इस दिन गरीबों को पीले वस्त्र और पीले फल दान करना भी शुभ माना जाता है। स्कन्द षष्ठी के दिन व्रत रखने से भी विशेष लाभ प्राप्त होता है, इसलिए इस दिन व्रत रखने का प्रयास करें। इन उपायों को करने से आपको भगवान मुरुगन की कृपा प्राप्त हो सकती है और जीवन में सुख-समृद्धि आ सकती है।

02 मई 2025 आज के पंचांग का महत्व

आज आर्द्रा नक्षत्र है। आर्द्रा को अधिकांश शुभ कार्यों के लिये सामान्य माना जाता है। इसीलिये यह शुभ मुहूर्त में स्वीकृत है। साथ ही वैशाख माह चल रहा है। वैशाख का महीना भगवान विष्णु को समर्पित होता है, इसलिए इस माह श्री हरि की पूजा विधिवत करे। साथ ही आज वार कि हिसाब से भी माता लक्ष्मी की पूजा करने का विधान है। आज का दिन बेहद शुभ है, क्योंकि आज कई त्योहार है। जिनमें  शंकराचार्य जयन्ती, सूरदास जयन्ती, रामानुज जयन्ती, स्कन्द षष्ठी शामिल है। साथ ही आज सर्वार्थ सिद्धि योग और रवि योग का भी संयोग भी है।

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ऐ री मैं तो प्रेम दिवानी (Ae Ri Main To Prem Diwani)

ऐ री मैं तो प्रेम-दिवानी,
मेरो दर्द न जाणै कोय ।

अगर माँ ने ममता लुटाई ना होती (Agar Maa Ne Mamta Lutai Na Hoti)

अगर माँ ने ममता लुटाई ना होती,
तो ममतामयी माँ कहाई ना होती ॥

अगर नाथ देखोगे अवगुण हमारे (Agar Nath Dekhoge Avgun Humare)

अगर नाथ देखोगे अवगुण हमारे,
तो हम कैसे भव से लगेंगे किनारे ॥

अगर प्यार तेरे से पाया ना होता (Agar Pyar Tere Se Paya Na Hota)

​अगर प्यार तेरे से पाया ना होता,
तुझे श्याम अपना बनाया ना होता ॥

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