बिंदु धाम मंदिर, साहिबगंज, झारखंड (Bindu Dham Temple, Sahibganj, Jharkhand)

दर्शन समय

6 AM - 10 PM

तीन देवियों का शक्तिपीठ माना जाता है बिंदुधाम मंदिर, हनुमान जी के चरण चिन्ह मौजूद हैं 



बिंदु धाम, जिसे बिन्दुवासिनी के नाम से भी जाना जाता है, एक हिंदू मंदिर है, जो भारतीय राज्य झारखंड के साहिबगंज जिले के बरहरवा में स्थित है और शक्तिपीठ के रुप में महा दुर्गा, महालक्ष्मी और महासरस्वती को समर्पित है। बिन्दुवासिनी मंदिर बिन्दुवासिनी पहाड़ी के शीर्ष पर है। मुख्य मंदिर में हिंदू देवता सूर्य की मूर्ति है। वे सात घोड़े वाले रथ में बैठे हैं। बिन्दुवासिनी पहाड़ी के दूसरे हिस्से में हनुमान की 35 फीट ऊंची एक बड़ी मूर्ति है, जहां लोग उनके पवित्र पैरों के निशान देख सकते हैं।



बिंदु धाम का इतिहास


बिंदु धाम झारखंड के साहिबगंज जिले के बरहरवा में स्थित है और स्थानीय लोगों के बीच एक लोकप्रिय स्थल है। हालांकि मंदिर के निर्माण का सटीक इतिहास अभी भी एक बहस का विषय है, लेकिन कहा जाता है कि इसकी स्थापना हजारों साल पहले हुई थी। स्थानीय किंवदंतियों के अनुसार, मंदिर स्थल को वह स्थान माना जाता है जहां भगवान विष्णु द्वारा देवी सती के शव के टुकड़े किए जाने के बाद उनकी तीन रक्त की बूंदे गिरी थीं। आज मंदिर का बहुत धार्मिक महत्व है और हर साल हजारों हिंदू भक्त यहां आते हैं। 



मंदिर के प्रमुख त्यौहार



चैत्र नवरात्रि दुर्गा पूजा बिंदु धाम मंदिर में मुख्य उत्सव है। चैत्र नवरात्रि उत्सव हिंदू कैलेंडर के अनुसार, मार्च- अप्रैल महीने के पहले नौ दिनों में शुक्ल पक्ष में पड़ता है। चैत्र नवरात्रि के इस अवसर पर नौ दिनों का महायज्ञ आयोजित किया जाता है। इस उत्सव के दौरान राम-नवमी पर इस मंदिर में बड़ी संख्या में श्रद्धालु इकठ्ठा होते है। चैत्र पूजा के साथ-साथ बिंदु धाम मंदिर गोवर्धन पूजा, रानी सती पूजन, गुरु पूर्णिमा, खाटू श्याम पूजा जैसे लगभग सभी हिंदू पूजाओं का आयोजन करता है, साथ ही क्षेत्रीय सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित करता है।



बिंदु धाम मंदिर कैसे पहुंचे



हवाई मार्ग - बरहरवा का सबसे नजदीकी हवाई अड्डा बागडोगरा में स्थित है, जो लगभग 280 किमी की दूरी पर है। 


रेल मार्ग - बिंदु धाम बरहरवा रेलवे स्टेशन से लगभग 2 किमी की दूरी पर स्थित है। 


सड़क मार्ग - झारखंड के साहिबगंज जिले का एक महत्वपूर्ण शहर होने के नाते, बरहरवा में सड़कों की एक सराहनीय व्यवस्था है।


मंदिर का समय - सुबह 6 बजे से रात 10 बजे तक।


डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।