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प्रयागराज में अगले साल 13 जनवरी से 26 फरवरी से कुंभ मेला का आयोजन होने वाला है। इसके लिए तैयारियां जोरों- शोरों से चल रही है। हिंदू धर्म के मुताबिक कुंभ में स्नान करने से पापों से मुक्ति मिलती है और मोक्ष की प्राप्ति होती है। इसी के चलते देश-दुनिया से करोड़ों श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगाने के लिए प्रयागराज पहुंचते हैं। जिससे घाटों पर भारी भीड़ जमा होती है। बता दें कि यहां के घाट केवल धार्मिक क्रियाओं का स्थान नहीं हैं, बल्कि इनका ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और प्राकृतिक महत्व भी है। ऐसे में अब सवाल उठता है कि प्रयागराज आए तो कौन से घाट पर स्नान करें। तो चलिए आपके इस प्रश्न का लेख के जरिए उत्तर देते हैं और आपको प्रयागराज के कुछ सुंदर घाटों के बारे में आपको बताते हैं।
संगम घाट - संगम घाट प्रयागराज का सबसे महत्वपूर्ण और पवित्र घाट है। यहीं पर गंगा, यमुना और सरस्वती नदी का मिलन होता है। तीन नदियों के संगम के कारण इसे त्रिवेणी घाट भी कहा जाता है। कुंभ मेले के दौरान यहां लाखों श्रद्धालु स्नान करने आते हैं। यहां का शांत वातावरण पर्यटकों को बहुत आकर्षित करता है।
राम घाट - प्रयागराज का राम घाट गंगा नदी के किनारे स्थित एक खूबसूरत घाट है। यहां से संगम का नजारा बेहद मनमोहक है। रामघाट अपनी शांति और प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाता है। इस घाट पर कई प्राचीन मंदिर है, जहां धार्मिक अनुष्ठान किए जाते हैं। राम घाट पर स्नान और ध्यान के लिए अनुकूल वातावरण है।
अरैल घाट - अरैल घाट भी प्रयागराज के लोकप्रिय घाटों में माना जाता है। यहां शाम के समय बहुत भीड़ होती है। घाट के पास ही सोमेश्वर महादेव मंदिर भी स्थित है।कुंभ मेले के दौरान हजारों लोग इस घाट पर आकर पवित्र गंगा नदी में डुबकी लगाते हैं।आप घाट की सीढ़ियों पर बैठकर सुकून से बैठ सकते हैं और नदी के खूबसूरत नज़ारे का लुत्फ उठा सकते हैं।
सरस्वती घाट - मां सरस्वती को समर्पित सरस्वती घाट प्रयागराज का प्रमुख टूरिस्ट पॉइंट भी है। यह घाट यमुना नदी के किनारे पर बनाया गया है।यहां के पास ही भगवान शिव का एक बहुत बड़ा मंदिर है, जिसका नाम मनकामेश्वर मंदिर है। सावन के महीने में यहां बहुत सारे लोग पूजा करने आते हैं।आप चाहें तो इस घाट के आसपास नाव लेकर घूम सकते हैं।
बलुआ घाट - प्रयागराज का बलुआ घाट अपने नाम की तरह बालू रेत के लिए जाना जाता है। यमुना किनारे स्थित इस घाट की प्राकृतिक सुंदरता देखते ही बनती है। कुंभ के दौरान यहां अच्छी खासी भीड़ हो जाती है। घाट से थोड़ी दूर पर बलुआ ब्रिज बना हुआ है आप वहां भी जाकर अपनी शाम बिता सकते है।
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