कर्णवेध संस्कार 2025 के शुभ मुहूर्त

2025 में इन तारीखों पर करें कर्णवेध संस्कार, जानें शुभ मुहूर्त और सही डेट क्या है


हिंदू धर्म में 16 संस्कारों का विशेष महत्व है, और उनमें नौवां संस्कार है कर्णवेध। यह संस्कार बच्चे के कान छिदवाने का समय होता है, जो सामान्यतः 1 से 5 वर्ष की उम्र में किया जाता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, सही समय और शुभ मुहूर्त में यह संस्कार करने से बच्चे के जीवन में सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। कर्णवेध संस्कार इसलिए किया जाता है ताकि बच्चे की सुनने की क्षमता विकसित हो और वह स्वस्थ जीवन जी सके। इसके अलावा कर्णवेध संस्कार के शुभ मुहूर्त का चुनाव करना, बच्चे के सौंदर्य, बुद्धिमत्ता और सुनने की क्षमता को बढ़ाने में सहायक माना गया है। 

हिंदू धर्म के अनुसार जब भी लड़के का कर्णवेध संस्कार होता है तो उसके दाएं कान को छेदने की परंपरा है और जब भी लड़की का कर्णवेध संस्कार होता है तो उसका पहले बायां कान छेदने की परंपरा है। सिर्फ इतना ही नहीं कर्णवेध संस्कार से जुड़ी और भी कई विशेष जानकारियां हैं जो जानना जरूरी है। इस लेख के माध्यम से ये सभी बाते जानेंगे साथ ही साल 2025 में कर्णवेध के शुभ मुहूर्त के बारे में भी जानेंगे। 

कर्णवेध संस्कार का महत्व 


कर्णवेध संस्कार एक महत्वपूर्ण अनुष्ठान है जो बच्चे के जीवन में सकारात्मक प्रभाव लाने के लिए किया जाता है। कुछ स्थानों पर, कर्णवेध को “कथु कुथु” भी कहा जाता है, जिसका हिंदी में अर्थ है- कान छिदवाना। यह संस्कार बच्चे की सुंदरता, बुद्धि, और सुनने की क्षमता में वृद्धि करने के लिए किया जाता है। इसके अलावा, यह संस्कार बच्चे को हर्निया जैसी गंभीर बीमारी से बचाने में मदद करता है और लकवा आदि आने की आशंका को कम करता है। यह संस्कार बच्चे के जीवन में समृद्धि, सुख, और स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में मदद करता है।

कर्णवेध संस्कार से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातें 


  • बच्चे के जन्म के महीने में कर्णवेध न करें।
  • कर्णवेध संस्कार सुबह सूर्योदय के बाद और दोपहर से पहले संपन्न करना चाहिए।
  • आप अपने बच्चों के जन्म के बारहवें या 16वें दिन भी कर्णवेध संस्कार करवा सकते हैं। 
  • बहुत से लोग बच्चे के जन्म के छठे, सातवें या फिर आठवें महीने में भी यह संस्कार पूरा करवाते हैं। 
  • इसके अलावा प्राचीन मान्यताओं के अनुसार कहा जाता है कि यदि यह संस्कार बच्चों के जन्म के 1 साल के अंदर नहीं किया जाता है तो फिर इस विषम वर्ष यानी की तीसरे, पांचवें या फिर सातवें वर्ष में करा लेना चाहिए।

कर्णवेध मुहूर्त 2025


पंचांग के अनुसार यहां कुछ तिथियां,कर्णवेध का शुभ मुहूर्त और नक्षत्र हम आपको बता रहे हैं-

जनवरी कर्णवेध मुहूर्त 2025

  • 2 जनवरी 2025, गुरुवार, कर्णवेध मुहूर्त: 07:45 – 10:18 बजे तक, नक्षत्र – श्रवण, तिथि – द्वितीया
  • 8 जनवरी 2025, बुधवार, कर्णवेध मुहूर्त: 04:18 – 06:33 बजे तक, नक्षत्र – अश्विनी, तिथि – षष्ठी
  • 11 जनवरी 2025, शनिवार, कर्णवेध मुहूर्त: 02:11 – 04:06 बजे तक, नक्षत्र – रोहिणी, तिथि – नवमी
  • 15 जनवरी 2025, बुधवार, कर्णवेध मुहूर्त: 07:46 – 12:20 बजे तक, नक्षत्र – पुष्य, तिथि – त्रयोदशी
  • 20 जनवरी 2025, सोमवार, कर्णवेध मुहूर्त: 07:45 – 09:08 बजे तक, नक्षत्र – हस्त, तिथि – अमावस्या
  • 30 जनवरी 2025, गुरुवार, कर्णवेध मुहूर्त: 07:45 – 08:28 बजे तक, 09:56 – 14:52 बजे तक, नक्षत्र – श्रवण, तिथि – षष्ठी

फरवरी कर्णवेध मुहूर्त 2025

  • 8 फरवरी 2025, शनिवार, कर्णवेध मुहूर्त: 07:36 – 09:20 बजे तक, नक्षत्र – मृगशिरा, तिथि – एकादशी
  • 10 फरवरी 2025, सोमवार, कर्णवेध मुहूर्त: 07:38 – 09:13 बजे तक, 10:38 – 18:30 बजे तक, नक्षत्र – पुनर्वसु, तिथि – त्रयोदशी
  • 17 फरवरी 2025, सोमवार, कर्णवेध मुहूर्त: 08:45 – 13:41 बजे तक, 15:55 – 18:16 बजे तक, नक्षत्र – चित्रा, तिथि – पंचमी
  • 20 फरवरी 2025, गुरुवार, कर्णवेध मुहूर्त: 15:44 – 18:04 बजे तक, नक्षत्र – विशाखा, तिथि – अष्टमी
  • 26 फरवरी 2025, बुधवार, कर्णवेध मुहूर्त: 08:10 – 13:05 बजे तक, नक्षत्र – श्रवण, तिथि – त्रयोदशी

मार्च कर्णवेध मुहूर्त 2025

  • 2 मार्च 2025, रविवार, कर्णवेध मुहूर्त: 10:54 – 17:25 बजे तक, नक्षत्र – उत्तराभाद्रपद, तिथि – सप्तमी
  • 15 मार्च 2025, शनिवार, कर्णवेध मुहूर्त: 10:03 – 11:59 बजे तक, 14:13 – 18:51 बजे तक, नक्षत्र – उत्तराफाल्गुनी, तिथि – त्रयोदशी
  • 16 मार्च 2025, रविवार, कर्णवेध मुहूर्त: 07:01 – 11:55 बजे तक, 14:09 – 18:47 बजे तक, नक्षत्र – हस्त, तिथि – पूर्णिमा
  • 20 मार्च 2025, गुरुवार, कर्णवेध मुहूर्त: 06:56 – 08:08 बजे तक, 09:43 – 16:14 बजे तक, नक्षत्र – अनुराधा, तिथि – चतुर्थी
  • 26 मार्च 2025, बुधवार, कर्णवेध मुहूर्त: 07:45 – 11:15 बजे तक, 13:30 – 18:08 बजे तक, नक्षत्र – धनिष्ठा, तिथि – दशमी
  • 30 मार्च 2025, रविवार, कर्णवेध मुहूर्त: 09:04 – 15:35 बजे तक, नक्षत्र – रेवती, तिथि – चतुर्दशी

अप्रैल कर्णवेध मुहूर्त 2025

  • 3 अप्रैल 2025, गुरुवार, कर्णवेध मुहूर्त: 07:32 – 10:44 बजे तक, 12:58 – 18:28 बजे तक, नक्षत्र – रोहिणी, तिथि – सप्तमी
  • 5 अप्रैल 2025, शनिवार, कर्णवेध मुहूर्त: 08:40 – 12:51 बजे तक, 15:11 – 19:45 बजे तक, नक्षत्र – पुनर्वसु, तिथि – नवमी
  • 13 अप्रैल 2025, रविवार, कर्णवेध मुहूर्त: 07:02 – 12:19 बजे तक, 14:40 – 19:13 बजे तक, नक्षत्र – चित्रा, तिथि – त्रयोदशी
  • 21 अप्रैल 2025, सोमवार, कर्णवेध मुहूर्त: 14:08 – 18:42 बजे तक, नक्षत्र – उत्तराषाढ़ा, तिथि – पंचमी
  • 26 अप्रैल 2025, शनिवार, कर्णवेध मुहूर्त: 07:18 – 09:13 बजे तक, नक्षत्र – उत्तराभाद्रपद, तिथि – दशमी

मई कर्णवेध मुहूर्त 2025

  • 1 मई 2025, गुरुवार, कर्णवेध मुहूर्त: 13:29 – 15:46 बजे तक, नक्षत्र – मृगशिरा, तिथि – द्वितीया
  • 2 मई 2025, शुक्रवार, कर्णवेध मुहूर्त: 15:42 – 20:18 बजे तक, नक्षत्र – आर्द्रा, तिथि – तृतीया
  • 3 मई 2025, शनिवार, कर्णवेध मुहूर्त: 07:06 – 13:21 बजे तक, 15:38 – 19:59 बजे तक, नक्षत्र – पुनर्वसु, तिथि – चतुर्थी
  • 9 मई 2025, शुक्रवार, कर्णवेध मुहूर्त: 06:27 – 08:22 बजे तक, 10:37 – 17:31 बजे तक, नक्षत्र – हस्त, तिथि – दशमी
  • 10 मई 2025, शनिवार, कर्णवेध मुहूर्त: 06:23 – 08:18 बजे तक, 10:33 – 19:46 बजे तक, नक्षत्र – चित्रा, तिथि – एकादशी
  • 24 मई 2025, शनिवार, कर्णवेध मुहूर्त: 07:23 – 11:58 बजे तक, 14:16 – 18:51 बजे तक, नक्षत्र – रेवती, तिथि – दशमी
  • 31 मई 2025, शनिवार, कर्णवेध मुहूर्त: 06:56 – 11:31 बजे तक, 13:48 – 18:24 बजे तक, नक्षत्र – पुष्य, तिथि – सप्तमी

जून कर्णवेध मुहूर्त 2025

  • 5 जून 2025, गुरुवार, कर्णवेध मुहूर्त: 08:51 – 15:45 बजे तक, नक्षत्र – हस्त, तिथि – त्रयोदशी
  • 6 जून 2025, शुक्रवार, कर्णवेध मुहूर्त: 08:47 – 15:41 बजे तक, नक्षत्र – हस्त, तिथि – चतुर्दशी
  • 7 जून 2025, शनिवार, कर्णवेध मुहूर्त: 06:28 – 08:43 बजे तक, नक्षत्र – चित्रा, तिथि – पूर्णिमा
  • 16 जून 2025, सोमवार, कर्णवेध मुहूर्त: 08:08 – 17:21 बजे तक, नक्षत्र – धनिष्ठा, तिथि – पंचमी
  • 21 जून 2025, शनिवार, कर्णवेध मुहूर्त: 10:08 – 12:26 बजे तक, 14:42 – 18:25 बजे तक, नक्षत्र – अश्विनी, तिथि – दशमी
  • 27 जून 2025, शुक्रवार, कर्णवेध मुहूर्त: 07:24 – 09:45 बजे तक, 12:02 – 18:56 बजे तक, नक्षत्र – पुनर्वसु, तिथि – एकादशी

जुलाई कर्णवेध मुहूर्त 2025

  • 2 जुलाई, बुधवार: सुबह 11:42 से दोपहर 01:59 तक, नक्षत्र – उत्तरा फाल्गुनी
  • 3 जुलाई, गुरुवार: सुबह 07:01 से दोपहर 01:55 तक, नक्षत्र – हस्त
  • 7 जुलाई, सोमवार: सुबह 06:45 से 09:05 बजे तक, सुबह 11:23 से शाम 06:17 बजे तक, नक्षत्र – अनुराधा
  • 12 जुलाई, शनिवार: सुबह 07:06 से दोपहर 01:19 बजे तक, दोपहर 03:39 से रात 08:01 बजे तक, नक्षत्र – उत्तराषाढ़ा
  • 13 जुलाई, रविवार: सुबह 07:22 से दोपहर 01:15 तक, नक्षत्र – श्रवण
  • 17 जुलाई, गुरुवार: सुबह 10:43 से शाम 05:38 तक, नक्षत्र – रेवती
  • 18 जुलाई, शुक्रवार: सुबह 07:17 से 10:39 बजे तक, दोपहर 12:56 से शाम 05:34 बजे तक, नक्षत्र – अश्विनी
  • 25 जुलाई, शुक्रवार: सुबह 06:09 से 07:55 तक, सुबह 10:12 से शाम 05:06 तक, नक्षत्र – पुष्य
  • 30 जुलाई, बुधवार: सुबह 07:35 से दोपहर 12:09 बजे तक, दोपहर 02:28 से शाम 06:51 बजे तक, नक्षत्र – हस्त
  • 31 जुलाई, गुरुवार: सुबह 07:31 से दोपहर 02:24 तक, दोपहर 04:43 से शाम 06:47 तक, नक्षत्र – चित्रा

अगस्त कर्णवेध मुहूर्त 2025

  • 3 अगस्त, रविवार: सुबह 11:53 से शाम 04:31 तक, नक्षत्र – विशाखा
  • 4 अगस्त, सोमवार: सुबह 09:33 से 11:49 तक, नक्षत्र – अनुराधा
  • 9 अगस्त, शनिवार: सुबह 06:56 से 11:29 बजे तक, दोपहर 01:49 से 06:11 बजे तक, नक्षत्र – श्रवण
  • 10 अगस्त, रविवार: सुबह 06:52 से दोपहर 01:45 तक, नक्षत्र – धनिष्ठा
  • 13 अगस्त, बुधवार: सुबह 11:13 से दोपहर 03:52 तक, शाम 05:56 से शाम 07:38 तक, नक्षत्र – उत्तरा भाद्रपद
  • 14 अगस्त, गुरुवार: सुबह 08:53 से शाम 05:52 तक, नक्षत्र – रेवती
  • 20 अगस्त, बुधवार: सुबह 06:24 से दोपहर 01:05 बजे तक, दोपहर 03:24 से शाम 06:43 बजे तक, नक्षत्र – पुनर्वसु
  • 21 अगस्त, गुरुवार: सुबह 08:26 से दोपहर 03:20 तक, नक्षत्र – पुष्य
  • 27 अगस्त, बुधवार: सायं 05:00 बजे से सायं 06:43 बजे तक, नक्षत्र – चित्रा
  • 28 अगस्त, गुरुवार: सुबह 06:28 से 10:14 तक, नक्षत्र – चित्रा
  • 30 अगस्त, शनिवार: 04:49 दोपहर से 06:31 दोपहर तक, नक्षत्र – विशाखा
  • 31 अगस्त, रविवार: 04:45 दोपहर से 06:27 दोपहर तक, नक्षत्र – अनुराधा

सितंबर कर्णवेध मुहूर्त 2025

  • 5 सितंबर, शुक्रवार: सुबह 07:27 से 09:43 बजे तक, दोपहर 12:03 से शाम 06:07 बजे तक, नक्षत्र – श्रवण
  • 22 सितंबर, सोमवार: दोपहर 01:14 बजे से शाम 05:01 बजे तक, नक्षत्र – उत्तरा फाल्गुनी
  • 24 सितंबर, बुधवार: सुबह 06:41 से 10:48 बजे तक, दोपहर 01:06 से 04:53 बजे तक, नक्षत्र – चित्रा
  • 27 सितंबर, शनिवार: सुबह 07:36 से दोपहर 12:55 बजे तक, दोपहर 02:59 से शाम 06:08 बजे तक, नक्षत्र – अनुराधा

अक्टूबर कर्णवेध मुहूर्त 2025

  • 2 अक्टूबर, गुरुवार: सुबह 10:16 से शाम 04:21 तक, शाम 05:49 से शाम 07:14 तक, नक्षत्र – उत्तराषाढ़ा
  • 4 अक्टूबर, शनिवार: सुबह 06:47 से 10:09 तक, नक्षत्र – धनिष्ठा
  • 8 अक्टूबर, बुधवार: सुबह 07:33 से दोपहर 02:15 बजे तक, दोपहर 03:58 से शाम 06:50 बजे तक, नक्षत्र – अश्विनी
  • 11 अक्टूबर, शनिवार: सायं 05:13 से 06:38 तक, नक्षत्र – रोहिणी
  • 12 अक्टूबर, रविवार: सुबह 07:18 से 09:37 बजे तक, सुबह 11:56 से दोपहर 03:42 बजे तक, नक्षत्र – मृगशीर्ष
  • 13 अक्टूबर, सोमवार: दोपहर 01:56 से शाम 05:05 तक, नक्षत्र – आर्द्रा
  • 24 अक्टूबर, शुक्रवार: सुबह 07:10 से 11:08 बजे तक, दोपहर 01:12 से शाम 05:47 बजे तक, नक्षत्र – अनुराधा
  • 30 अक्टूबर, गुरुवार: सुबह 08:26 से 10:45 तक, नक्षत्र – श्रवण
  • 31 अक्टूबर, शुक्रवार: सुबह 10:41 से दोपहर 03:55 तक, शाम 05:20 से शाम 06:55 तक, नक्षत्र – धनिष्ठा

नवंबर कर्णवेध मुहूर्त 2025

  • 3 नवंबर, सोमवार: दोपहर 03:43 से शाम 05:08 तक, नक्षत्र – उत्तरा भाद्रपद
  • 10 नवंबर, सोमवार: सुबह 10:02 बजे से शाम 04:40 बजे तक, नक्षत्र – पुनर्वसु
  • 16 नवंबर, रविवार: सुबह 07:19 से दोपहर 01:24 बजे तक, दोपहर 02:52 से शाम 07:47 बजे तक, नक्षत्र – हस्त
  • 17 नवंबर, सोमवार: सुबह 07:16 से दोपहर 01:20 बजे तक, दोपहर 02:48 से शाम 06:28 बजे तक, नक्षत्र – चित्रा
  • 20 नवंबर, गुरुवार: दोपहर 01:09 से शाम 04:01 बजे तक, शाम 05:36 से शाम 07:32 बजे तक, नक्षत्र – विशाखा
  • 21 नवंबर, शुक्रवार: सुबह 07:20 से 09:18 बजे तक, सुबह 11:22 से दोपहर 02:32 बजे तक, नक्षत्र – अनुराधा
  • 26 नवंबर, बुधवार: सुबह 07:24 से दोपहर 12:45 बजे तक, दोपहर 02:12 से शाम 07:08 बजे तक, नक्षत्र – श्रवण
  • 27 नवंबर, गुरुवार: सुबह 07:24 से दोपहर 12:41 बजे तक, दोपहर 02:08 से शाम 07:04 बजे तक, नक्षत्र – धनिष्ठा

दिसंबर कर्णवेध मुहूर्त 2025

  • 1 दिसंबर, सोमवार: सुबह 07:28 से 08:39 तक, नक्षत्र – रेवती
  • 5 दिसंबर, शुक्रवार: दोपहर 01:37 बजे से शाम 06:33 बजे तक, नक्षत्र – रोहिणी
  • 6 दिसंबर, शनिवार: सुबह 08:19 से 10:23 तक, नक्षत्र – मृगशीर्ष
  • 7 दिसंबर, रविवार: सुबह 08:15 से 10:19 तक, नक्षत्र – पुनर्वसु
  • 15 दिसंबर, सोमवार: सुबह 07:44 से दोपहर 12:58 तक, नक्षत्र – चित्रा
  • 17 दिसंबर, बुधवार: सायं 05:46 से 08:00 बजे तक, नक्षत्र – विशाखा
  • 24 दिसंबर, बुधवार: दोपहर 01:47 बजे से शाम 05:18 बजे तक, नक्षत्र – धनिष्ठा
  • 25 दिसंबर, गुरुवार: सुबह 07:43 से सुबह 09:09 तक, नक्षत्र – धनिष्ठा
  • 28 दिसंबर, रविवार: सुबह 10:39 से दोपहर 01:32 तक, नक्षत्र – उत्तरा भाद्रपद
  • 29 दिसंबर, सोमवार: दोपहर 12:03 से 03:03 बजे तक, दोपहर 04:58 से 07:13 बजे तक, नक्षत्र – रेवती

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