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अप्रैल का महीना उत्साह और भक्ति के साथ मनाए जाने वाले कई प्रमुख पर्वों का समय है। इस माह में प्रकृति और आस्था का विशेष मेल दिखाई देता है। इस समय पेड़-पौधों पर नए पत्ते आते हैं, फूल खिलते हैं और हर तरफ हरियाली दिखाई देती है।
इस माह में राम नवमी का त्योहार भगवान राम के जन्मोत्सव के रूप में बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। इस दिन जगह-जगह राम लीला का वर्णन करने वाले कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। इसके अलावा, हनुमान जयंती भी इस महीने का एक महत्वपूर्ण पर्व है, जो भगवान हनुमान के जन्मदिन का प्रतीक है। हनुमान जयंती चैत्र पूर्णिमा पर मनाई जाती है। इस दिन गंगा स्नान और दान पूर्णिमा का विशेष महत्व होता है।
अप्रैल माह में वैशाखी का त्योहार भी मनाया जाएगा। इस पर्व का सिख समुदाय के लिए बहुत खास महत्व है क्योंकि यह खालसा की स्थापना का प्रतीक है। इसके अलावा कभी नष्ट न होने वाले पुण्यों को प्राप्त करने का पर्व अक्षय तृतीया भी अप्रैल महीने में ही मनाया जाता है। मान्यता है कि इस दिन किए गए व्रत-उपवास व दान-पुण्य आदि का फल अवश्य प्राप्त होता है।
इसके अलावा, अप्रैल माह में ही परशुराम जयंती भी मनाई जाएगी। यह त्योहार हिंदुओं के बीच एक बड़ा धार्मिक महत्व रखता है, क्योंकि यह दिन भगवान श्री परशुराम के जन्म का प्रतीक है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, उनका जन्म अधर्मी, पापी और क्रूर राजाओं का नाश करने के लिए हुआ था। ऐसा कहा जाता है कि उन्होंने पृथ्वी से 21 बार क्षत्रियों का विनाश भी किया था। आइए, भक्तवत्सल के इस लेख में विस्तार से अप्रैल में पड़ने वाले व्रत और त्योहारों के बारे में जानते हैं।
अप्रैल 2025 का महीना ज्योतिषीय दृष्टिकोण से बहुत महत्वपूर्ण रहने वाला है। इस महीने में कई बड़े और प्रभावशाली ग्रह अपनी चाल बदलेंगे, जिससे विभिन्न राशियों के जीवन में महत्वपूर्ण परिवर्तन होने की संभावना है।
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