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Aaj Ka Panchang 30 April 2025: आज 30 अप्रैल 2025 वैशाख माह का अठारहवां दिन है। साथ ही आज पंचांग के अनुसार वैशाख माह के शुक्ल पक्ष तिथि तृतीया है। आज बुधवार का दिन है। इस तिथि पर शोभन योग रहेगा। वहीं चंद्रमा 1 मई को 3 बजकर 15 मिनट पर वृषभ से मिथुन राशि में गोचर करेंगे। आपको बता दें, आज बुधवार के दिन अभिजीत मुहूर्त नहीं है। इस दिन राहुकाल दोपहर 12 बजकर 18 मिनट से दोपहर 01 बजकर 58 मिनट तक रहेगा। आज वार के हिसाब से आप बुधवार का व्रत रख सकते हैं, जो भगवान गणेश को समर्पित होता है। आज का दिन बेहद शुभ है, क्योंकि आज अक्षय तृतीया के साथ मातंगी जयंती और रोहिणी व्रत है। इस दिन रवि योग और सर्वार्थ सिद्धि योग का संयोग भी है। आइए भक्त वत्सल के इस लेख में हम विस्तार से आपको आज के पंचांग के बारे में बताएंगे कि आज आपके लिए शुभ मुहूर्त क्या है। किस समय कार्य करने से शुभ परिणाम की प्राप्ति हो सकती है। साथ ही आज किन उपायों को करने से लाभ हो सकता है।
वैशाख शुक्ल पक्ष तृतीया तिथि प्रारंभ- 29 अप्रैल शाम 05:31 बजे से
वैशाख शुक्ल पक्ष तृतीया तिथि समाप्त- 30 अप्रैल दोपहर 02:12 बजे तक
राहु काल - दोपहर 12:18 बजे से दोपहर 01:58 बजे तक।
गुलिक काल - सुबह 10:39 बजे से दोपहर 12:18 बजे तक।
यमगंड - सुबह 07:21 बजे से सुबह 09:00 बजे तक।
दिशाशूल - उत्तर, इस दिशा में यात्रा करने से बचना चाहिए।
विडाल योग - प्रात:काल 05:41 बजे से शाम 04:18 बजे तक।
बुधवार- आज आप बुधवार का व्रत रख सकते हैं, जो भगवान गणेश को समर्पित है।
अक्षय तृतीया - अक्षय तृतीया हिन्दु धर्मावलम्बियों के लिए एक अत्यधिक शुभ और पवित्र दिन है, जो वैशाख माह में शुक्ल पक्ष तृतीया के दिन आता है। इस दिन को आखा तीज के नाम से भी जाना जाता है। बुधवार के साथ रोहिणी नक्षत्र वाले दिन पड़ने वाली अक्षय तृतीया को अत्यधिक शुभ माना जाता है। अक्षय शब्द का अर्थ कभी कम न होने वाला होता है, इसलिए इस दिन किए गए जप, यज्ञ, पितृ-तर्पण, दान-पुण्य का लाभ कभी कम नहीं होता। मान्यताओं के अनुसार, अक्षय तृतीया सौभाग्य और सफलता प्रदान करती है। इस दिन स्वर्ण क्रय करने से आने वाले भविष्य में अत्यधिक धन-समृद्धि प्राप्त होती है। भगवान विष्णु द्वारा शासित इस दिन को हिन्दु पौराणिक कथाओं में त्रेता युग के आरम्भ के रूप में भी माना जाता है।
मातंगी जयंती- हिन्दु पंचांग के अनुसार, वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि पर देवी मातंगी का प्राकट्य हुआ था। इसलिए इसे मातंगी जयंती के रूप में मनाया जाता है। देवी मातंगी दस महाविद्याओं में से नौवीं महाविद्या हैं, जो राज मातंगी, सुमुखि मातंगी, उच्छिष्ट मातंगी आदि रूपों में पूजित हैं। देवी मातंगी की पूजा-अर्चना एवं साधना करने से व्यक्ति उत्तम गृहस्थ जीवन, ललित कलाओं में सिद्धि और वाणी में दिव्य तेज प्राप्त करता है। देवी मातंगी की कृपा से मूढ़ व्यक्ति भी बुद्धिमान हो जाता है और साधक संगीत आदि विद्याओं में सिद्धि प्राप्त करते हैं।
रोहिणी व्रत- रोहिणी व्रत जैन समुदाय का एक महत्वपूर्ण दिन है, जो मुख्य रूप से महिलाओं द्वारा अपने पति की दीर्घायु के लिए किया जाता है। यह व्रत रोहिणी नक्षत्र के दिन किया जाता है, जो हिन्दु और जैन कैलेंडर में वर्णित 27 नक्षत्रों में से एक है। ऐसा माना जाता है कि जो लोग रोहिणी व्रत का श्रद्धापूर्वक पालन करते हैं, वे सभी प्रकार के दुखों और दरिद्रता से मुक्त हो जाते हैं। यह व्रत आमतौर पर तीन, पांच या सात वर्षों तक लगातार किया जाता है। बता दें कि इसकी उचित अवधि पांच वर्ष, पांच महीने है। उद्यापन के द्वारा ही इस व्रत का समापन किया जाना चाहिए।
30 अप्रैल को शोभन योग बन रहा है। शोभन को अधिकांश शुभ कार्यों के लिये श्रेष्ठ माना जाता है। इसीलिये यह शुभ मुहूर्त में स्वीकृत है। इस दिन कुछ विशेष उपाय करने से आपको अपने जीवन में सफलता, समृद्धि, और सुख की प्राप्ति हो सकती है। आज के दिन दान-पुण्य करने से आपको पुण्य मिलेगा और आपके जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आएंगे।
बुधवार के उपाय - बुधवार के दिन भगवान गणेश और भगवान बुध को प्रसन्न करने के लिए कई उपाय किए जा सकते हैं। सबसे पहले सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और फिर गणेश मंदिर में जाकर भगवान गणेश की पूजा करें। उन्हें हरी मूंग और दूर्वा चढ़ाएं। इसके अलावा आप गणेश मंत्र का जाप भी कर सकते हैं। बुधवार के दिन गणेश और बुध की पूजा करने से बुद्धि और विद्या में वृद्धि होती है। साथ ही जीवन में सुख-समृद्धि आती है।
अक्षय तृतीया के उपाय - अक्षय तृतीया के दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा करने से विशेष लाभ प्राप्त हो सकता है। इस दिन भगवान विष्णु को पीले फूल, फल और मिष्ठान अर्पित करें। साथ ही माता लक्ष्मी को लाल फूल और सुहाग सामग्री अर्पित करें। इस दिन सोना या चांदी खरीदना और दान देना भी शुभ माना जाता है। इसके अलावा गरीबों को भोजन कराना, वस्त्र दान करना और जल दान करना भी पुण्य फलदायी माना जाता है। इस दिन जप, तप और ध्यान करने से भी विशेष लाभ मिलता है।
मातंगी जयंती के उपाय - मातंगी जयंती पर मातंगी देवी की पूजा करने से विशेष लाभ प्राप्त हो सकता है। इस दिन मातंगी देवी की प्रतिमा या चित्र को स्थापित करके उनकी पूजा करें। उन्हें लाल फूल, सिंदूर और सुहाग सामग्री अर्पित करें। मातंगी देवी के मंत्रों का जाप करना और उनकी आरती करना भी लाभकारी हो सकता है। इसके अलावा, गरीबों को भोजन कराना और दान देना भी पुण्य फलदायी माना जाता है। इस दिन सरस्वती मंत्रों का जाप करने से भी विद्या और बुद्धि में वृद्धि होती है।
आज रोहिणी नक्षत्र है। रोहिणी को अधिकांश शुभ कार्यों के लिये श्रेष्ठ माना जाता है। इसीलिये यह शुभ मुहूर्त में स्वीकृत है। साथ ही वैशाख माह चल रहा है। वैशाख का महीना भगवान विष्णु को समर्पित होता है, इसलिए इस माह श्री हरि की पूजा विधिवत करे। साथ ही आज वार कि हिसाब से आप भगवान गणेश की पूजा कर सकते हैं। आज का दिन बेहद शुभ है, क्योंकि आज अक्षय तृतीया के साथ मातंगी जयंती और रोहिणी व्रत है। इस दिन रवि योग और सर्वार्थ सिद्धि योग का संयोग भी है।
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