नवीनतम लेख
Aaj Ka Panchang 20 March 2025: आज 20 मार्च 2025 चैत्र माह का चौथा दिन है और आज इस पंचांग के अनुसार चैत्र माह के कृष्ण पक्ष षष्ठी तिथि है। वहीं आज गुरूवार का दिन है। इस तिथि पर वज्र योग और सिद्धि योग रहेगा। वहीं आज चंद्रमा वृश्चिक राशि पर संचार करेगा। आपको बता दें, आज गुरूवार के दिन अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12 बजकर 04 मिनट से दोपहर 12 बजकर 53 मिनट तक रहेगा। इस दिन राहुकाल दोपहर 02 बजे से दोपहर 03 बजकर 31 मिनट तक रहेगा। आज तिथि के हिसाब से आप गुरूवार का व्रत रख सकते हैं। यह व्रत भगवान विष्णु को समर्पित है। आइए भक्त वत्सल के इस लेख में हम विस्तार से आपको आज के पंचांग के बारे में बताएंगे कि आज आपके लिए शुभ मुहूर्त क्या है। किस समय कार्य करने से शुभ परिणाम की प्राप्ति हो सकती है। साथ ही आज किन उपायों को करने से लाभ हो सकता है और आज के दिन किन मंत्रों का जाप करने से लाभ हो सकता है।
20 मार्च को वज्र और सिद्धि योग बन रहे हैं, सिद्धी योग के स्वामी गणेश है इसलिए सिद्धि को अधिकांश शुभ कार्यों के लिए श्रेष्ठ माना जाता है। इस दिन कुछ विशेष उपाय करने से आपको अपने जीवन में सफलता, समृद्धि, और सुख की प्राप्ति हो सकती है। आज के दिन दान-पुण्य करने से आपको पुण्य मिलेगा और आपके जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आएंगे। वहीं आज गुरूवार का दिन है। आप आज भगवान विष्णु की पूजा विधवत रूप से करें। पीले वस्त्र और गुड़ का दान करें। इस दिन भगवान विष्णु को तुलसी, पीले फूल, पंचामृत और चंदन चढ़ाने से भाग्योदय हो सकता है। इसी के साथ आज वसन्त समाप्त होगा। यह एक खगोलीय घटना है जो हर साल 20 या 21 मार्च को होती है, जब सूर्य पृथ्वी के ध्रुव के ऊपर से गुजरता है। इससे दिन और रात लगभग बराबर हो जाते हैं।
आज अनुराधा नक्षत्र है, जो अधिकांश शुभ कार्यों के लिए श्रेष्ठ माना जाता है। चैत्र माह के कृष्ण पक्ष की षष्ठी तिथि है। आज गुरूवार का दिन है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा जरूर करें। इसके अलावा आज वसन्त समाप्त होगा।
'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।