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नरसिंह द्वादशी सनातनियों का एक महत्वपूर्ण पर्व है, जो भगवान विष्णु के अवतार नरसिंह को समर्पित है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, अपने प्रिय भक्त प्रहलाद की रक्षा करने के लिए भगवान विष्णु ने रौद्र रूप में अवतार लिया था, जिन्हें लोग आज नरसिंह भगवान के रूप में पूजते हैं। ऐसा कहा जाता है कि जितना ही उनका स्वरूप रौद्र है, वे हृदय से उतने ही दयालु हैं। इस साल यह पर्व 10 मार्च 2025, फाल्गुन, शुक्ल द्वादशी को पड़ रहा है। तो आइए इस खास दिन पर उन्हें प्रसन्न करने के कुछ नियम जानते हैं।
नरसिंह द्वादशी के दिन यह व्रत करने से परिवार के सभी संकट दूर होते हैं और खुशियां और बरकत आती है। ऐसी मान्यता है कि हिरण्यकश्यप के वध के बाद नरसिंह भगवान ने प्रहलाद को भी वरदान दिया था कि जो भी भक्त इस दिन उनका श्रद्धा और भक्ति के साथ स्मरण करेगा, उनका पूजन या व्रत करेगा, उसके जीवन के शोक, दुख, भय और रोग दूर होंगे। साथ ही उसकी हर मनोकामना पूरी होगी।
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