माघ गुप्त नवरात्रि के उपाय

समृद्धि से खिल उठेगा आपका घर, बस माघ गुप्त नवरात्रि में कर लें यह काम    


साल में दो बार गुप्त नवरात्र मनाया जाता है। गुप्त नवरात्र मां दुर्गा को समर्पित पर्व है। इस दौरान लोग 10 महाविद्याओं की उपासना करते हैं। साथ ही जीवन में सुख-समृद्धि में वृद्धि के लिए व्रत भी किया जाता है। मान्यता है कि व्रत करने से घर में खुशियों का आगमन होता है और वैवाहिक जीवन की समस्या दूर होती है। माना जाता है कि इस दौरान कुछ उपाय करने से घर-परिवार में सुख-समृद्धि का वास होता है। तो आइए, इस आर्टिकल में गुप्त नवरात्र के दौरान किए जाने वाले उपाय के बारे में विस्तार से जानते हैं। 


सकारात्मक बना रहेगा घर का माहौल


गुप्त नवरात्र के दौरान घर में या कलश के पास एक अखंड ज्योति जलानी चाहिए। इसके अलावा, रोजाना पूजा के वक्त भक्त मां दुर्गा को फल चढ़ा सकते हैं। पूजन होने के बाद कन्या को प्रसाद बाटें। ऐसा माना जाता है कि इस उपाय को करने से घर में पॉजिटिव एनर्जी बरकरार रहती है। वहीं, धार्मिक मत है कि गुप्त नवरात्रि का व्रत करने से घर में खुशियों का आगमन भी होता है। इसके अलावा जीवन की सभी समस्याएं भी दूर होती हैं। व्रत के साथ यह उपाय करने से मां दुर्गा भक्तों पर अति प्रसन्न होती हैं और उनकी कृपा दृष्टि भी भक्तों पर हमेशा बनी रहती है।


खत्म होंगी वैवाहिक जीवन की परेशानियां  


वैवाहिक जीवन में खुशहाली हेतु माघ गुप्त नवरात्रि का समय काफी विशेष माना जाता है। वैवाहिक जीवन की परेशानियों को दूर करने हेतु गुप्त नवरात्र में मां दुर्गा को 16 शृंगार का सामान अर्पित करना शुभ फलदायी होता है। इस दौरान मां दुर्गा से जीवन में सुख-शांति की प्राप्ति के लिए कामना की जाती है। धार्मिक मत है कि इस उपाय को करने से महिलाओं को अखंड सौभाग्य की प्राप्ति होती है। साथ ही पति-पत्नी के रिश्ते भी प्रगाढ़ होते हैं।


ऐसे दूर होगी धन की समस्या 


गुप्त नवरात्रि जिस दिन से शुरू हो उस दिन एक गुलाब के फूल में कपूर का एक टुकड़ा रखें। इसे मां दुर्गा को चढ़ाएं। माना जाता है कि इस टोटके को करने से असीम धन की प्राप्ति होती है। साथ ही धन से जुड़ी सभी प्रकार की समस्याओं से भी छुटकारा मिलता है।  


फलीभूत होंगे रुके हुए कार्य  


धार्मिक मान्यता है कि गुप्त नवरात्रि के दौरान हर रोज दुर्गा चालीसा का पाठ जरूर करना चाहिए। इसके पाठ करने से रुके हुए कार्य जल्द पूरे होते हैं। साथ ही धन लाभ के भी कई योग बनते हैं।


जान लीजिए माघ गुप्त नवरात्रि का शुभ मुहूर्त 


पंचांग के अनुसार, माघ शुक्ल प्रतिपदा तिथि की शुरुआत 29 जनवरी को शाम 06 बजकर 5 मिनट पर होगी। वहीं, इस तिथि का समापन 30 जनवरी को शाम 04 बजकर 01 मिनट पर होगा। ऐसे में माघ गुप्त नवरात्र की शुरुआत 30 जनवरी से होने वाली है। 


........................................................................................................
Main Balak Tu Mata Sherawaliye (मैं बालक तू माता शेरां वालिए)

मैं बालक तू माता शेरां वालिए,
है अटूट यह नाता शेरां वालिए ।
शेरां वालिए माँ, पहाड़ा वालिए माँ,
मेहरा वालिये माँ, ज्योतां वालिये माँ ॥
॥ मैं बालक तू माता शेरां वालिए...॥

महाकाल की बारात में (Mahakal Ki Barat Mein)

डम ढोल नगाड़ा बाजे,
झन झन झनकारा बाजे,

धनवंतरि भगवान की आरती (Dhanvantri Bhagwan ki Aarti)

जय धन्वंतरि देवा, जय धन्वंतरि जी देवा।
जरा-रोग से पीड़ित, जन-जन सुख देवा।।जय धन्वं.।।

लाज रखो हे कृष्ण मुरारी (Laaj Rakho Hey Krishna Murari)

लाज रखो हे कृष्ण मुरारी,
हे गिरधारी हे बनवारी,

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।