होली का त्योहार अत्यंत ही पावन माना जाता है, इस दौरान आप जो भी पूजा करते हैं वह सफल होती है, और भगवान का आशीर्वाद आपको मिल जाता है। इसीलिए इस शुभ समय में लोग अपने घर में समृद्धि और व्यापार में वृद्धि के लिए देवी लक्ष्मी की पूजा करते हैं।
माँ लक्ष्मी की पूजा बहुत तरीकों से की जाती है, लेकिन होली का दिन खास होता है। इसलिए इस दिन कुछ खास उपायों को जरूर करना चाहिए, आइए जानते हैं उनके बारे में:
होली के दिन माँ लक्ष्मी की पूजा के बाद कनकधारा स्तोत्र का पाठ करें। यह स्तोत्र लक्ष्मी पूजा के लिए बहुत शुभ माना जाता है, और इस पाठ के जाप से माँ लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं।
"ॐ ह्रीं श्रीं लक्ष्मीभ्यो नमः" का जाप होली के दिन करें। यह जाप बहुत ही फलदायक है, जिससे घर में कभी धन की कमी नहीं होती है।
होली के दिन माँ लक्ष्मी को तांबे के बर्तन में भोग लगाएं और साथ ही उन्हें तांबे के लोटे में जल चढ़ाएं। तांबे का बर्तन बहुत शुद्ध होता है, इसलिए इसमें चढ़ाया जाने वाला सामान माँ लक्ष्मी स्वीकार करती हैं।
हिंदू धर्म में भगवान शिव को दया और करुणा का सागर माना जाता है। महादेव का स्वभाव बेहद भोला है, इसलिए उन्हें भोलेनाथ भी कहा जाता है। जो भी भक्त सच्चे मन से भगवान शिव की आराधना करता है, उसका कल्याण निश्चित होता है।
अपना घर बनाते समय दिशा का चुनाव बहुत महत्वपूर्ण है। वास्तु शास्त्र के अनुसार, दक्षिण दिशा को यमराज से जोड़ा जाता है और दक्षिण मुखी घर अशुभ माना जाता है।
महाकुंभ 2025 की शुरुआत में अब 1 महीने से भी कम समय बचा है। शाही स्नान के लिए तैयारियां पूरी कर ली गई है। प्रयागराज का त्रिवेणी संगम हिंदु धर्म के सबसे बड़े समागम के लिए तैयार है।
प्रयागराज में महाकुंभ की शुरुआत 13 जनवरी से होने जा रही है। अखाड़ों के साधु-संतों का पहुंचना जारी है। वहीं आम लोग भी संगम नगरी प्रयागराज पहुंच रहे हैं। इनमें कई ऐसे भी है , जो त्रिवेणी संगम पर कल्पवास करने के लिए आए हैं।