आषाढ़ गुप्त नवरात्रि 2025 का पर्व तंत्र साधना, शक्ति उपासना और देवी कृपा प्राप्त करने के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है। यह नवरात्रि गुप्त रूप से मां दुर्गा की साधना के लिए समर्पित होती है, जिसमें विशेष रूप से हवन का आयोजन अत्यंत फलदायी माना गया है। धार्मिक ग्रंथों और पुराणों में भी हवन को शक्ति उपासना का एक महत्वपूर्ण अंग बताया गया है।
हवन में प्रयुक्त अग्नि और सामग्री से उत्पन्न धुआं वातावरण को शुद्ध करता है। यह घर की नकारात्मक ऊर्जा को दूर करता है और सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है, जिससे मानसिक शांति और आत्मिक संतुलन प्राप्त होता है।
हवन देवी दुर्गा को प्रसन्न करने का एक प्रभावी माध्यम है। जब मंत्रों के साथ आहुति दी जाती है, तो वह शक्तिशाली ऊर्जा का निर्माण करती है जो साधक की साधना को सिद्धि दिलाती है।
ऐसी मान्यता है कि आषाढ़ गुप्त नवरात्रि में विधिपूर्वक हवन करने से साधक की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। विशेष रूप से तांत्रिक साधनाओं में यह समय सर्वोत्तम माना गया है।
ना जाने कौन से गुण पर,
दयानिधि रीझ जाते हैं ।
ना जी भर के देखा, ना कुछ बात की,
बड़ी आरजू थी, मुलाकात की ।
ना मन हूँ, ना बुद्धि, ना चित अहंकार
ना जिव्या नयन नासिका करण द्वार
नाम है तेरा कृष्ण कन्हैया,
नाथद्वारा सन्मुख होगा,