व्रत एवं त्यौहार

सुंदरकांड के नाम के पीछे का कारण

गोस्वामी तुलसीदास जी द्वारा रचित रामचरितमानस के सुन्दरकाण्ड में श्री हनुमान जी की भक्ति, शक्ति, साहस, सेवा और समर्पण की अनुपम कथा का वर्णन किया गया है।

हनुमान जयंती साल में 2 बार क्यों मनाते हैं

हिंदू धर्म में रामभक्त हनुमान का विशेष स्थान है। संकटमोचन हनुमान को प्रसन्न करने के लिए साल में दो बार हनुमान जयंती का पर्व मनाया जाता है। इस दिन भक्त हनुमान चालीसा, बजरंग बाण, सुंदरकांड और वैदिक मंत्रों का जाप करते हैं।

हनुमान जयंती पर ऐसे करें सुंदरकांड का पाठ

हनुमान जयंती का पर्व भगवान हनुमान की शक्ति, भक्ति और सेवा का प्रतीक है। इस दिन देशभर में भव्य पूजा-अर्चना, झांकियों और धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है।

हनुमान जयंती 2025 उपाय

हर साल चैत्र मास की पूर्णिमा के दिन भगवान श्री राम के परम भक्त श्री हनुमान जी का जन्म दिवस मनाया जाता है, जिसे हनुमान जयंती कहते हैं।

हनुमान जंयती 2025 कब है

हिंदू धर्म में हनुमान जन्मोत्सव को एक अत्यन्त महत्वपूर्ण पर्व माना जाता है, जिसे सभी भक्त बड़ी श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाते हैं।

वैशाख महीने के उपाय

हिन्दू कैलेंडर के अनुसार वर्ष का दूसरा महीना वैशाख होता है। इस महीने में भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा विशेष रूप से की जाती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार वैशाख महीने में पूजा करने से सभी कष्टों और दुखों से मुक्ति मिलती है।

खरमास 2025 कब खत्म होगा

वर्ष 2025 का चौथा महीना चल रहा है। हिन्दू कैलेंडर के अनुसार हिन्दू वर्ष का पहला महीना चैत्र चल रहा है, और कुछ ही दिनों में यह खत्म भी होने वाला है।

वैशाख महीने के यम-नियम

हिन्दू कैलेंडर के अनुसार, वैशाख महीना हिन्दू वर्ष का का दूसरा महीना होता है। यह महीना विशेष धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व रखता है।

वैशाखी कैसे मनाई जाती है

वैशाखी भारत के प्रमुख त्योहारों में से एक है, जिसे विशेष रूप से पंजाब और उत्तर भारत में बड़े उत्साह और श्रद्धा के साथ मनाया जाता है।

वैशाखी 2025 कब मनाई जाएगी

वैशाखी न केवल सिख समुदाय के लिए बल्कि पूरे भारत के लिए एक महत्वपूर्ण त्योहार है। यह भारतीय नववर्ष और कृषि उत्सव के रूप में भी जाना जाता है। वैशाखी पर्व सामाजिक एकता और सांस्कृतिक समृद्धि का प्रतीक है।