नवीनतम लेख
नवीनतम लेख
5:30 A.M - 8:30 P.M
योगमाया मंदिर, कहते हैं कि इस मंदिर को खुद भगवान कृष्ण ने बनाया है। कुतुब मीनार से 100 मीटर की दूरी पर दक्षिण दिल्ली के महरौली में पांच हजार वर्ष पुराना योगमाया प्राचीन हिंदू मंदिर स्थित है। यहां दर्शन मात्र से बड़े से बड़े संकट दूर हो जाते हैं। दिल्ली के लोगों के बीच यह मंदिर थोड़ा कम मशहूर है, लेकिन महरौली में रहने वाले लोग रोजाना इस मंदिर में पूजा करने आते हैं।
योगमाया भगवान कृष्ण की बड़ी बहन थीं और यह मंदिर देवी योगमाया को समर्पित है। ऐसी मान्यता है कि श्री योगमाया मंदिर उन पांच मंदिरों में से एक है, जो कि महाभारत काल से हैं। योगमाया वह देवी हैं, जिन्हें कृष्ण के पिता ने यमुना नदी को पार करके लाया गया था और भगवान कृष्ण की जगह पर देवकी मां के बगल में रख दिया था। पापी कंस ने इन्हें भी देवकी के अन्य संतानों की तरह मारने का प्रयास किया था। लेकिन देवी योगमाया उसके हाथों से छिटककर आकाश में चली गई थीं और अपने वास्तविक रूप में सामने आकर कंस की मृत्यु की भविष्यवाणी की थी।
बता दें कि देवी योगमाया को मां लक्ष्मी का अवतार माना जाता है। इसी वजह से मंदिर में किसी भी प्रकार की बलि पर प्रतिबंध है। ऐसा करने वालों पर देवी अत्यंत क्रोधित हो जाती हैं। देवी योग माया के साथ ही मंदिर में भगवान राम, शिव, गणेश और कई देवी-देवता विराजमान है। लोगों का मानना है कि कि इस मंदिर का निर्माण किसी इंसान ने नहीं बल्कि खुद भगवान कृष्ण ने कराया है। बताया जाता है कि महाभारत युद्ध के वक्त भगवान कृष्ण और अर्जुन इस मंदिर में आराधना करने गए थे।
आश्चर्य की बात यह है कि योगमाया मंदिर में मूर्ति नहीं है, बल्कि काले पत्थर का गोलाकार एक पिंड संगमरमर के दो फुट गहरे कुंड में स्थापित किया हुआ है। पिंडी को लाल वस्त्र से ढका हुआ है, जिसका मुख दक्षिण की ओर है। देवी योगमाया के दिन में दो बार श्रृंगार करने की परंपरा है। साथ ही मंदिर की सफाई का भी पूरा ध्यान रखा जाता है। इस मंदिर के आसपास रहने वाले लोग योगमाया मंदिर की देखभाल करते हैं। ऐसा कहा जाता है कि यह सभी व्यक्ति जिनकी संख्या वर्तमान में 200 से भी अधिक है, यह एक आम पूर्वज थे जिन्होंने सैक्रोवर्स पूर्व इस मंदिर का देखभाल करना शुरू किया था।
महाभारत काल के बाद यह मंदिर खंडहर में तब्दील होना शुरू हो गया। मंदिर के पत्थरों से कुतुबमीनार के आसपास के इमारतों का निर्माण होने लगा। इसके बाद देखते ही देखते मंदिर की पहचान खत्म हो गई। यह मंदिर भारत के अन्य मंदिरों की तरह बहुत ज्यादा सुंदर तो नहीं है। जब आप इसे देखेंगे तो यह आपको सादगी भरा दिखेगा। इसके बावजूद भी मंदिर की महत्ता बिल्कुल भी कम नहीं हुई है। योगमाया मंदिर में देवी योगमाया को फूल, पंखे और छतरियां अर्पित करने की प्रधानता है। बता दें कि दिल्ली के अलावा मिर्जापुर, बाड़मेर, जोधपुर , त्रिपुरा, केरल और वृंदावन में भी योगमाया के मंदिर हैं।
योगमाया मंदिर पूरे वर्ष खुला रहता है। योगमाया मंदिर दक्षिण दिल्ली के महरौली गांव में, कुतुब मीनार के पूर्व में स्थित है। निकटतम मेट्रो स्टेशन साकेत में है, लेकिन यह अभी भी लगभग आधे घंटे की पैदल दूरी पर है। आप टैक्सी या ऑटो से इस मंदिर के दर्शन करने के लिए जा सकते है।
समय - मंदिर प्रातः 5 बजे खुलता है। शाम की आरती के बाद इसके कपाट बंद कर दिए जाते हैं।
'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।
श्रीपद्मनाभस्वामी मंदिर, केरल, तिरूअनंतपुरम (Shri Padmanabhaswamy Mandir, Kerala, Thiruvananthapuram)
श्रीसोमेश्वर स्वामी मंदिर(सोमनाथ मंदिर), गुजरात (Shri Someshwara Swamy Temple (Somnath Temple), Gujarat)
ॐकारेश्वर महादेव मंदिर, ओमकारेश्वर, मध्यप्रदेश (Omkareshwar Mahadev Temple, Omkareshwar, Madhya Pradesh)
श्री रंगनाथस्वामी मंदिर - नेल्लोर, आंध्र प्रदेश (Sri Ranganadha swamI Temple - Nellore, Andhra Pradesh)
यागंती उमा महेश्वर मंदिर- आंध्र प्रदेश, कुरनूल (Yaganti Uma Maheshwara Temple- Andhra Pradesh, Kurnool)
श्री सोमेश्वर जनार्दन स्वामी मंदिर- आंध्र प्रदेश (Sri Someshwara Janardhana Swamy Temple- Andhra Pradesh)
श्री स्थानेश्वर महादेव मंदिर, थानेसर, कुरुक्षेत्र (Shri Sthaneshwar Mahadev Temple- Thanesar, Kurukshetra)
अरुल्मिगु धनदायूंथापनी मंदिर, पलानी, तमिलनाडु (Arulmigu Dhandayunthapani Temple, Palani, Tamil Nadu)
TH 75A, New Town Heights, Sector 86 Gurgaon, Haryana 122004
Our Services
Copyright © 2024 Bhakt Vatsal Media Pvt. Ltd. All Right Reserved. Design and Developed by Netking Technologies